वाशिंगटन:
सुरक्षा एजेंसियों को भारतीय दूतावास के समीप इसी दूतावास से जुड़ी एक अन्य इमारत के परिसर में एक संदिग्ध वस्तु मिली है। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भारतीय दूतावास को एक फोन कॉल आया था जिसमें किसी ने कहा था कि संबंधित परिसर के टॉयलेट में एक बम रखा गया है।
सूत्रों ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मंगलवार सुबह इस संदिग्ध वस्तु को ढूंढ निकाला गया जो कि बाद में गैरहानिकारक घोषित किया गया।
शुरूआती जांच में पता चला कि कल सुबह 10 बजे भारतीय दूतावास को आया यह कॉल उताह से किया गया था। माना जा रहा है कि फोन करने वाले व्यक्ति ने कॉल करने के लिए वीआईपी वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल का प्रयोग किया था।
सूत्रों के अनुसार कॉल करने वाला व्यक्ति अपने संक्षिप्त संदेश में हिंग्लिश में बोल रहा था, इससे पता लगता है कि वह स्पष्टत: दक्षिण एशियाई मूल का है।
इस मामले की जांच कर रही यूएस सीक्रेट सर्विस ने कहा कि जांच अभी जारी है और वह हर संभावना पर नजर रखे हुए हैं। इस मामले की सूचना मिलते ही सीक्रेट सर्विस और मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के लोग भारतीय दूतावास पहुंच गए।
भारतीय दूतावास और कार्यालय के पास के इलाके की तुरंत घेराबंदी कर दी गई और सीक्रेट सर्विस और मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बम निरोधक दस्ते और अग्निशमन विभाग के साथ मिलकर गहरी खोजबीन की।
सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता ने कहा कि इस खोज अभियान के दौरान उन्हें कोई हानिकारक वस्तु नहीं मिली। एहतियातन अमेरिका में भारतीय राजदूत निरूपमा राव के घर की भी तलाशी की गई। तब राव अपने घर पर नहीं थी, वह इंडियाना गई हुई थी।
राव ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘फोन करने वाले गुमनाम व्यक्ति ने कहा कि हमारे दूतावास में बम रखा गया है। पुलिस को बुलाया गया। गहरी तलाशी हुई लेकिन कुछ नहीं मिला। हमारे सभी कर्मी सुरक्षित हैं।’’ अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने संवाददाताओं को बताया कि बम की धमकी से संबंधित कॉल आने के बाद वाशिंगटन डीसी स्थित तीन भारतीय प्रतिष्ठानों को खाली कराया गया और तलाशी ली गई।
नुलैंड ने कहा, ‘‘सुरक्षा अधिकारियों ने परिसरों को सुरक्षित बताया है। यहां कोई बम नहीं मिला। इसकी जांच होगी, देखते हैं आगे क्या निकल कर आता है।’’ भारतीय दूतावास ने अपने बयान में कहा, ‘‘सुरक्षा अधिकारी तुरंत यहां आ गए और इमारत की गहरी तलाशी ली और जांच की। यहां कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इसके बाद दूतावास में दोबारा सामान्य कामकाज शुरू हो गया।’’ कुछ महीनों पहले दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। परिसर में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के लिए मेटल डिटेक्टर लगाए गए थे।
सूत्रों ने कहा कि अमेरिका के अपने दूतावासों और कार्यालयों की उच्च सुरक्षा की व्यवस्था से इतर भारतीय दूतावास की सुरक्षा का स्तर उतना नहीं है। दूतावास की सुरक्षा में लगभग आधा दर्जन लोग लगे हैं और बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा बलों की बजाय वह भी चपरासी स्तर के कर्मी हैं।
सूत्रों ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मंगलवार सुबह इस संदिग्ध वस्तु को ढूंढ निकाला गया जो कि बाद में गैरहानिकारक घोषित किया गया।
शुरूआती जांच में पता चला कि कल सुबह 10 बजे भारतीय दूतावास को आया यह कॉल उताह से किया गया था। माना जा रहा है कि फोन करने वाले व्यक्ति ने कॉल करने के लिए वीआईपी वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल का प्रयोग किया था।
सूत्रों के अनुसार कॉल करने वाला व्यक्ति अपने संक्षिप्त संदेश में हिंग्लिश में बोल रहा था, इससे पता लगता है कि वह स्पष्टत: दक्षिण एशियाई मूल का है।
इस मामले की जांच कर रही यूएस सीक्रेट सर्विस ने कहा कि जांच अभी जारी है और वह हर संभावना पर नजर रखे हुए हैं। इस मामले की सूचना मिलते ही सीक्रेट सर्विस और मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के लोग भारतीय दूतावास पहुंच गए।
भारतीय दूतावास और कार्यालय के पास के इलाके की तुरंत घेराबंदी कर दी गई और सीक्रेट सर्विस और मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बम निरोधक दस्ते और अग्निशमन विभाग के साथ मिलकर गहरी खोजबीन की।
सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता ने कहा कि इस खोज अभियान के दौरान उन्हें कोई हानिकारक वस्तु नहीं मिली। एहतियातन अमेरिका में भारतीय राजदूत निरूपमा राव के घर की भी तलाशी की गई। तब राव अपने घर पर नहीं थी, वह इंडियाना गई हुई थी।
राव ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘फोन करने वाले गुमनाम व्यक्ति ने कहा कि हमारे दूतावास में बम रखा गया है। पुलिस को बुलाया गया। गहरी तलाशी हुई लेकिन कुछ नहीं मिला। हमारे सभी कर्मी सुरक्षित हैं।’’ अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने संवाददाताओं को बताया कि बम की धमकी से संबंधित कॉल आने के बाद वाशिंगटन डीसी स्थित तीन भारतीय प्रतिष्ठानों को खाली कराया गया और तलाशी ली गई।
नुलैंड ने कहा, ‘‘सुरक्षा अधिकारियों ने परिसरों को सुरक्षित बताया है। यहां कोई बम नहीं मिला। इसकी जांच होगी, देखते हैं आगे क्या निकल कर आता है।’’ भारतीय दूतावास ने अपने बयान में कहा, ‘‘सुरक्षा अधिकारी तुरंत यहां आ गए और इमारत की गहरी तलाशी ली और जांच की। यहां कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इसके बाद दूतावास में दोबारा सामान्य कामकाज शुरू हो गया।’’ कुछ महीनों पहले दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। परिसर में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के लिए मेटल डिटेक्टर लगाए गए थे।
सूत्रों ने कहा कि अमेरिका के अपने दूतावासों और कार्यालयों की उच्च सुरक्षा की व्यवस्था से इतर भारतीय दूतावास की सुरक्षा का स्तर उतना नहीं है। दूतावास की सुरक्षा में लगभग आधा दर्जन लोग लगे हैं और बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा बलों की बजाय वह भी चपरासी स्तर के कर्मी हैं।
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