नासा द्वारा व्यावसायिक उड़ान के लिए चयनित एट्रोनॉट (फोटो सौजन्य : नासा)
वाशिंगटन:
भारतवंशी सुनीता विलियम्स उन चार अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हैं, जिन्हें अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) के व्यावसायिक उड़ान के लिए चुना गया है।
चालक दल के ये सदस्य बोइंग कंपनी के नेतृत्व वाली टीमों के साथ, बोइंग सीएसटी-100 और स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन विमान तथा संचालन रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए अपनी डिजाइन तथा संचालन को समझने के लिए मिलकर काम करेंगे।
नासा के मुताबिक, सुनीता, रॉबर्ट बेंकेन, एरिक बो और डगलस हर्ले को व्यावसायिक अंतरिक्ष उड़ानों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इन अंतरिक्ष उड़ानों के जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अमेरिकी धरती पर वापस लौटेंगे, और इससे निजी क्षेत्र के लिए धरती की निचली कक्षा में परिवहन का मार्ग प्रशस्त होगा।
नासा के प्रशासक चार्ल्स बोल्डन ने कहा, "ये उत्कृष्ट अंतरिक्ष यात्री नई उड़ान भर रहे हैं, जो उन्हें एक दिन इतिहास में दर्ज कराएगा तथा वे मंगल की सतह पर पांव रखने वाले अमेरिकी बनेंगे।"
अमेरिकी नौसेना की कैप्टन सुनीता मई 1987 में नौसेना से जुड़ी थीं और हेलीकॉप्टर पायलट बनी थीं। उन्होंने 30 अलग-अलग विमानों से 3,000 घंटे तक उड़ान भरी है।
नासा ने सुनीता को 1998 में अंतरिक्ष अभियान के लिए चुना था। उन्होंने 322 दिन अंतरिक्ष में गुजारे हैं और फिलहाल बतौर महिला अंतरिक्ष यात्री उन्होंने 50 घंटे 40 मिनट की अंतरिक्ष में चहल-कदमी की है।
नासा के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष के सहायक जॉन होल्डरेन ने कहा, "उनके चयन के बाद अब नासा उन्हें वे आवश्यक प्रशिक्षण देगा, जिसके जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों के अमेरिकी धरती पर वापस लौटने की राष्ट्रपति बराक ओबामा की महात्वाकांक्षी योजना मूर्त रूप ले पाएगी।"
चालक दल के ये सदस्य बोइंग कंपनी के नेतृत्व वाली टीमों के साथ, बोइंग सीएसटी-100 और स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन विमान तथा संचालन रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए अपनी डिजाइन तथा संचालन को समझने के लिए मिलकर काम करेंगे।
नासा के मुताबिक, सुनीता, रॉबर्ट बेंकेन, एरिक बो और डगलस हर्ले को व्यावसायिक अंतरिक्ष उड़ानों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इन अंतरिक्ष उड़ानों के जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अमेरिकी धरती पर वापस लौटेंगे, और इससे निजी क्षेत्र के लिए धरती की निचली कक्षा में परिवहन का मार्ग प्रशस्त होगा।
नासा के प्रशासक चार्ल्स बोल्डन ने कहा, "ये उत्कृष्ट अंतरिक्ष यात्री नई उड़ान भर रहे हैं, जो उन्हें एक दिन इतिहास में दर्ज कराएगा तथा वे मंगल की सतह पर पांव रखने वाले अमेरिकी बनेंगे।"
अमेरिकी नौसेना की कैप्टन सुनीता मई 1987 में नौसेना से जुड़ी थीं और हेलीकॉप्टर पायलट बनी थीं। उन्होंने 30 अलग-अलग विमानों से 3,000 घंटे तक उड़ान भरी है।
नासा ने सुनीता को 1998 में अंतरिक्ष अभियान के लिए चुना था। उन्होंने 322 दिन अंतरिक्ष में गुजारे हैं और फिलहाल बतौर महिला अंतरिक्ष यात्री उन्होंने 50 घंटे 40 मिनट की अंतरिक्ष में चहल-कदमी की है।
नासा के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष के सहायक जॉन होल्डरेन ने कहा, "उनके चयन के बाद अब नासा उन्हें वे आवश्यक प्रशिक्षण देगा, जिसके जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों के अमेरिकी धरती पर वापस लौटने की राष्ट्रपति बराक ओबामा की महात्वाकांक्षी योजना मूर्त रूप ले पाएगी।"
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