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This Article is From Oct 19, 2014

कश्मीर पर टिप्पणी को लेकर भारत मुझे गलत न समझे : बिलावल भुट्टो

कश्मीर पर टिप्पणी को लेकर भारत मुझे गलत न समझे : बिलावल भुट्टो
बिलावल भुट्टो की फाइल तस्वीर
कराची:

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रक्रिया कश्मीर मुद्दे को लेकर नहीं रुकनी चाहिए।

कश्मीर पर अपनी हालिया टिप्पणी के संदर्भ में 26-वर्षीय बिलावल ने कहा कि कश्मीर पर उनकी टिप्पणियों को लेकर भारत के लोग उन्हें गलत नहीं समझें।

बिलावल ने अपनी पहली रैली में कहा, कृपया हमारे (पीपीपी के) रुख को गलत न समझें। जब मैं कश्मीर के बारे में बात करता हूं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम यह चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया कश्मीर मुद्दे की वजह से रुक जाए।

पाकिस्तान के भविष्य के प्रधानमंत्री के रूप में पेश किए जा रहे बिलावल ने कहा, लेकिन निश्चित तौर पर भुट्टोवाद के तहत ही मुद्दे का समाधान कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप होगा। बिलावल की यह टिप्पणी उनके इस बयान के कुछ दिन बाद आई है कि पाकिस्तान पूरे कश्मीर को हासिल करेगा।

उन्होंने कहा कि कश्मीर पर उनकी हालिया टिप्पणी पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई। बिलावल ने कहा, जब मैंने कश्मीर के बारे में बोला, तो भारत बलूचिस्तान के बारे में बोला। भारतीय मीडिया ने मेरे खिलाफ दुष्प्रचार शुरू कर दिया।

बिलावल ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) सरकार की विदेश नीति की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, हमारे पास ऐसा प्रधानमंत्री है जो (भारतीय प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में जाने और शामिल होने को उत्सुक रहता है। यह हमारी विदेश नीति है।

उन्होंने कहा, हमारे पास ऐसा प्रधानमंत्री है, जो संयुक्त राष्ट्र सत्र में गया और सिर्फ बाइडेन से मिलकर बिल्ली की तरह आ गया, जबकि नरेंद्र मोदी ने ओबामा से मुलाकात की। वर्ष 2018 में आम चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके बिलावल पीपीपी के प्रमुख हैं, जो भारत के साथ आधिकारिक स्तर पर अच्छे संबंध चाहती है। उनकी मां दिवंगत बेनजीर भुट्टो दो बार प्रधानमंत्री बनीं और 1967 में पीपीपी की स्थापना करने वाले उनके नाना जुल्फिकार अली भुट्टो भी 1970 के दशक में प्रधानमंत्री रहे।

बिलावल ने आरोप लगाया कि उनकी मां की हत्या के पीछे परवेज मुशर्रफ और उन लोगों का गुप्त एजेंडा था, जो पाकिस्तान में लोकतंत्र नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि ये गुप्त हाथ पाकिस्तान को भी सीरिया और इराक में तब्दील करना चाहते हैं।

बिलावल ने आगाह किया कि वह दिन दूर नहीं, जब तहरीक-ए-तालिबान को धर्म के नाम पर पेशावर में कार्यालय खोलने की अनुमति मिल जाएगी। बिलावल ने कहा, पाकिस्तान का भविष्य केवल भुट्टोवाद और युवा विचारधारा में है।

वर्ष 2007 में 27 दिसंबर को रावलपिंडी के लियाकत बाग में एक राजनीतिक रैली में संबोधन के तुरंत बाद पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई थी। पीपीपी प्रमुख ने तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान पर भी हमला बोला और कहा कि उनकी जारी विरोध रैलियां भी इस गुप्त एजेंडे का हिस्सा हैं।

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