प्रतीकात्मक तस्वीर
बीजिंग:
चीन के एक समाचार पत्र ने कहा है कि भारत अगर चीन के साथ सहयोग करता है तो वह अपने रेल तंत्र के उन्नयन प्रक्रिया में तेजी ला सकता है और निवेश के समय को कम कर सकता है. सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' में स्टाफ लेखक वांग जियामेई ने लिखा, "पिछले एक दशक में चीन ने एक नया हाई-स्पीड रेल नेटवर्क विकसित किया है, जो प्रौद्योगिकी और मानकों के मामले में पश्चिमी देशों को पीछे छोड़ रहा है." अपने लेख में उन्होंने कहा, "हाल ही के वर्षों में बड़े पैमाने पर रेलवे का निर्माण करने वाला चीन एकमात्र देश है. चीन में अब दुनिया का सबसे व्यापक रेल नेटवर्क है."
उन्होंने लिखा कि यह अनोखा गुण चीन को किसी भी ऐसे देश के लिए एक आर्दश भागीदार बनाता है जो आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए परिवहन अवसंरचना विकसित करना चाहता है. वांग ने लिखा, "ऐसे में भारत के लिए अपनी रेल प्रणाली और प्रबंधन में नई जान फूंकने के लिए चीन के साथ सहयोग समझदारी भरा हो सकता है." वांग ने कहा कि चीन के साथ सहयोग, भारत जैसे देशों के लिए एक शॉर्टकट की पेशकश करेगा जो चीनी मॉडल की नकल करते हैं. अखबार के अनुसार, भारत में दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है, लेकिन इसे लगातार दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने लिखा कि यह अनोखा गुण चीन को किसी भी ऐसे देश के लिए एक आर्दश भागीदार बनाता है जो आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए परिवहन अवसंरचना विकसित करना चाहता है. वांग ने लिखा, "ऐसे में भारत के लिए अपनी रेल प्रणाली और प्रबंधन में नई जान फूंकने के लिए चीन के साथ सहयोग समझदारी भरा हो सकता है." वांग ने कहा कि चीन के साथ सहयोग, भारत जैसे देशों के लिए एक शॉर्टकट की पेशकश करेगा जो चीनी मॉडल की नकल करते हैं. अखबार के अनुसार, भारत में दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है, लेकिन इसे लगातार दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं