विश्व की सबसे बड़ी थलसेना पीएलए की तरफ से जारी 41 पन्नों के एक श्वेत पत्र में सेना की नीतियों और अनुभवों की बात की गई है।
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बीजिंग:
चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी :पीएलए: ने कहा है कि वह भारतीय रक्षा बलों के साथ संबंध बढ़ाने पर विचार कर रही है। विश्व की सबसे बड़ी थलसेना पीएलए की तरफ से जारी 41 पन्नों के एक श्वेत पत्र में सेना की नीतियों और अनुभवों की बात की गई है और कहा गया है कि पीएलए अपने पड़ोसी देशों के साथ विश्वास बहाली पर काम करने पर विचार कर रही है। इसके अलावा पीसीए पाकिस्तानी सेना के साथ पहले से जारी बहुआयामी रिश्तों को और ज्यादा मजबूत करने पर विचार कर रही है। चीन के शीर्ष सैन्य अधिकारी द्वारा मीडिया के सामने जारी किए गए पीएलए के इस नीतिगत दस्तावेज में कहा गया है चीन ने अपने पड़ोसी देशों के साथ सैन्य रिश्तों को मजबूत किया है। यह डीपीआरके :उत्तरी कोरिया: और आरओके :दक्षिण कोरिया: की सेना के साथ मित्रवत आदान-प्रदान करती है, चीन-जापान रक्षा आदान-प्रदान पर बल देती है, बहुआयामी चीन-पाकिस्तान सैन्य आदान-प्रदान और आपसी सहयोग पर बल देती है और चीन-भारत सैन्य संबंधों को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। इसके अलावा चीन ने जम्मू-कश्मीर के निवासियों को नत्थी वीजा :स्टेपल वीजा: देने की नीति पर भी विचार करने का वादा किया है।