अदिस अबाबा:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को कहा कि अफ्रीका में राजनीतिक अस्थिरता की खबरों की वजह से भारत यहां निवेश से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत को अफ्रीकी समाज और व्यवस्था पर पूरा भरोसा है कि वह तात्कालिक कठिनाइयों से उबर जाएंगे। मनमोहन सिंह ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष एवं इक्वे टोरियल गिनी के राष्ट्रपति तेओदोरो ओबियांग नुएमा मासागो के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, "लॉर्ड कींस (प्रख्यात ब्रिटिश अर्थशास्त्री) की एक पुरानी कहावत है कि निवेश विश्वास पर टिका होता है।" एक अफ्रीकी पत्रकार ने सिंह से पूछा कि महाद्वीप के कई हिस्सों में राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद भारत यहां निवेश क्यों कर रहा है, इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत सरकार और भारतीय लोगों को अफ्रीकी समाज और व्यवस्था में पर्याप्त भरोसा है कि वे तात्कालिक कठिनाइयों से उबर जाएंगे।" मनमोहन सिंह ने भारत-अफ्रीका मंच की दो दिवसीय दूसरी शिखर बैठक के समापन पर कहा, "अफ्रीका के पास तात्कालिक कठिनाइयों से उबरने के लिए आवश्यक इच्छा शक्ति और संसाधन हैं।" प्रधानमंत्री ने आने वाले समय में भारत-अफ्रीका आर्थिक सम्बंधों के विस्तार के बारे में एक आशावादी दृष्टि प्रस्तुत की। भारत का मौजूदा द्विपक्षीय व्यापार 46 अरब डॉलर का है और 2015 तक इसके 70 अरब डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।