एथेंस:
यूनान के राष्ट्रीय चुनाव में प्रोत्साहन पैकेज समर्थक पार्टी न्यू डेमोक्रेसी पार्टी पहले स्थान पर आई है और यूरोक्षेत्र में अपने देश को बनाये रखने के लिये पर्याप्त समर्थन जुटा सकती है।
यूनान में छह मई को हुये चुनाव के बेनतीजा रहने के बाद छह सप्ताह के अंदर दूसरे राष्ट्रीय चुनाव के तहत एक नयी सरकार बनाये जाने का प्रयास किया जायेगा।
यूनान, यूरोप और दुनिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण चुनाव के बारे में आज कराये गये एक्जिट पोल के अनुसार यूनान में दो शीर्ष दावेदारों के बीच कांटे का मुकाबला है।
आज के मतदान से यह भी तय हो सकता है कि यूनान यूरो में बना रहेगा या उसे साभा मुद्रा को छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया जायेगा। इस कदम से न केवल यूरोपीय देश बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी विपरीत असर पड़ेगा।
यूनान के यूरोपीय संघ से बाहर किए जाने की आशंका के बीच मितव्यतता को लेकर नाराज यूनानवासियों ने आज देश में नया नेतृत्व चुनने और भविष्य सुखद बनाने की उम्मीदों से मतदान किया।
यह मतदान इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि बाहरी देश यूनानी जनता से कट्टरपंथी वामपंथी गठबंधन के पक्ष में मतदान न करने की अभूतपूर्व अपील कर चुके हैं। इस वजह से यूरो जोन में दूसरे देशों से सहायता को लेकर यूनान का भविष्य इस चुनाव पर निर्भर करता है। इन चुनावों में मुख्य लड़ाई सीरिजा गठबंधन के नेता तसिप्रास और रूढ़िवादी दल न्यू डेमोक्रेसी पार्टी के 62 वर्षीय नेता एंटोनिस समारास के बीच है।
तसिप्रास ने कहा कि उनकी पार्टी जीतेगी और यूनान बदलते यूरोप में अपनी सदस्यता बरकरार रखेगा। मतदान से ठीक पहले जर्मनी की चासंलर एंजेला मार्केल ने कहा कि यूनानवासियों को ऐसे सांसदों को चुनना चाहिए जो विवादास्पद बेल आउट पैकेज का समर्थन करते हों।
यूरोसमूह के प्रमुख जयां क्लोड जंकर ने भी चेतावनी देते हुए कहा कि सीरिजा की जीत का यूरोजोन और अंतरराष्ट्रीय बाजार पर अप्रत्याशित प्रभाव पड़ेगा। यूनान में छह मई को हुए चुनाव में सरकार के गठन के लिए किसी गठबंधन को बहुमत नहीं मिलने पर दोबारा मतदान कराया गया है।
यूनान में छह मई को हुये चुनाव के बेनतीजा रहने के बाद छह सप्ताह के अंदर दूसरे राष्ट्रीय चुनाव के तहत एक नयी सरकार बनाये जाने का प्रयास किया जायेगा।
यूनान, यूरोप और दुनिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण चुनाव के बारे में आज कराये गये एक्जिट पोल के अनुसार यूनान में दो शीर्ष दावेदारों के बीच कांटे का मुकाबला है।
आज के मतदान से यह भी तय हो सकता है कि यूनान यूरो में बना रहेगा या उसे साभा मुद्रा को छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया जायेगा। इस कदम से न केवल यूरोपीय देश बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी विपरीत असर पड़ेगा।
यूनान के यूरोपीय संघ से बाहर किए जाने की आशंका के बीच मितव्यतता को लेकर नाराज यूनानवासियों ने आज देश में नया नेतृत्व चुनने और भविष्य सुखद बनाने की उम्मीदों से मतदान किया।
यह मतदान इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि बाहरी देश यूनानी जनता से कट्टरपंथी वामपंथी गठबंधन के पक्ष में मतदान न करने की अभूतपूर्व अपील कर चुके हैं। इस वजह से यूरो जोन में दूसरे देशों से सहायता को लेकर यूनान का भविष्य इस चुनाव पर निर्भर करता है। इन चुनावों में मुख्य लड़ाई सीरिजा गठबंधन के नेता तसिप्रास और रूढ़िवादी दल न्यू डेमोक्रेसी पार्टी के 62 वर्षीय नेता एंटोनिस समारास के बीच है।
तसिप्रास ने कहा कि उनकी पार्टी जीतेगी और यूनान बदलते यूरोप में अपनी सदस्यता बरकरार रखेगा। मतदान से ठीक पहले जर्मनी की चासंलर एंजेला मार्केल ने कहा कि यूनानवासियों को ऐसे सांसदों को चुनना चाहिए जो विवादास्पद बेल आउट पैकेज का समर्थन करते हों।
यूरोसमूह के प्रमुख जयां क्लोड जंकर ने भी चेतावनी देते हुए कहा कि सीरिजा की जीत का यूरोजोन और अंतरराष्ट्रीय बाजार पर अप्रत्याशित प्रभाव पड़ेगा। यूनान में छह मई को हुए चुनाव में सरकार के गठन के लिए किसी गठबंधन को बहुमत नहीं मिलने पर दोबारा मतदान कराया गया है।
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