सुंदर पिचाई को Google कर्मचारियों ने लिखा Open Letter : जानें क्या है वजह और मांग

मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक, Amazon.com इंक और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प उन अन्य तकनीकी दिग्गजों में से हैं, जिन्होंने हाल के महीनों में कर्मचारियों की संख्या घटाई है.

सुंदर पिचाई को Google कर्मचारियों ने लिखा Open Letter : जानें क्या है वजह और मांग

Layoff को बेहतर तरीके से निपटने के लिए Google कर्मचारियों ने सुंदर पिचाई को खुला पत्र लिखा है.

गुगल (Google) के 12,000 नौकरियों में कटौती की घोषणा के बाद पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc) के लगभग 1,400 कर्मचारियों ने छंटनी प्रक्रिया (Layoff) के दौरान कर्मचारियों से बेहतर बरताव के लिए एक खुला पत्र (open letter) पर हस्ताक्षर किए हैं. ब्लूमबर्ग के अनुसार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) को संबोधित एक खुले पत्र में, कर्मचारियों ने कंपनी की कई मांगों को रखा है. इसमें नई भर्तियों पर रोक लगाना, अनिवार्य से पहले स्वैच्छिक इस्तीफे की मांग करना, नई भर्तियों के लिए छंटनी में शामिल कर्मचारियों को प्राथमिकता देना और श्रमिकों के सवैतनिक अवकाश (जैसे माता-पिता बनने और शोक अवकाश) को निर्धारित अवधि समाप्त करने देना शामिल है.

यह हैं मांगें...
कर्मचारियों ने अल्फाबेट से मानवीय संकट वाले देशों (खासकर यूक्रेन) से कर्मचारियों की छंटनी नहीं करने का भी आह्वान किया है. इसके साथ ही नौकरी के साथ-साथ वीजा-लिंक्ड रेजिडेंसी खोने के जोखिम वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त सहायता प्रदान करने की मांग की है. पत्र में कहा गया है, "अल्फाबेट के अपने कार्यबल को कम करने के फैसले के प्रभाव वैश्विक हैं. कहीं भी श्रमिकों की आवाज़ पर पर्याप्त रूप से विचार नहीं किया गया है, और हम जानते हैं कि हम अकेले की तुलना में इकट्ठे अधिक मजबूत हैं." जनवरी में अल्फाबेट ने महामारी के बाद मंदी को देखते हुए खर्च को कम करने के लिए निवेशकों के दबाव के बाद अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 6% की कटौती करने की घोषणा की थी. मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक, Amazon.com इंक और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प उन अन्य तकनीकी दिग्गजों में से हैं, जिन्होंने हाल के महीनों में कर्मचारियों की संख्या घटाई है.

कई कर्मचारी यूनियनों का समर्थन
अल्फाबेट के एक प्रवक्ता ने याचिका पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की. पिचाई ने 20 जनवरी को जब नौकरी में कटौती की घोषणा की, तो उन्होंने कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा कि कंपनी ने "आज की तुलना में अलग आर्थिक स्थिति" को सोचकर उन्हें काम पर रखा था और वह इसकी "पूरी जिम्मेदारी" लेते हैं. इसके बाद कुछ Google कर्मचारियों ने, विशेष रूप से अमेरिका में, तुरंत अपनी नौकरी खो दी. हालांकि, यूरोप में यह प्रक्रिया बहुत धीमी रही है. इसका कारण यह रहा कि इन देशों में आम तौर पर मजबूत श्रम सुरक्षा वाले कानून हैं. सुंदर पिचाई को लिखे पत्र को कई कर्मचारी यूनियनों का समर्थन है. हस्ताक्षर करने वालों में अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन, यूनाइटेड टेक एंड एलाइड वर्कर्स और यूएनआई ग्लोबल शामिल हैं. श्रमिक समूहों (Labour groups) ने Google की विभिन्न इकाइयों और विभिन्न देशों में जहां यह मौजूद है, छंटनी के संबंध में कई पत्रों को व्यवस्थित करने में मदद की है. कैलिफोर्निया में Google के मुख्यालय में पिचाई को पत्र देने से पहले कर्मचारी कुछ और दिनों तक इसे प्रसारित करने की योजना बना रहे हैं.

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