इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान और भारत को अपने लंबित मुद्दों का समाधान करने के लिए वारफोबिया से बाहर निकलना चाहिए क्योंकि यह काम कोई तीसरा देश नहीं करेगा। गिलानी ने पाकिस्तान के ऊपरी सदन (सीनेट) में कहा, हमें दोनों देशों के गरीब लोगों पर ध्यान देने की जरूरत है और सिर्फ 'वारफोबिया' के खत्म होने पर ही ऐसा हो सकता है। उन्होंने मोहाली में बुधवार को क्रिकेट वर्ल्ड कप सेमीफाइनल से इतर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ हुई अपनी बैठक के बारे में सदन को अवगत कराया। दरअसल, उनकी सरकार की आलोचना करते हुए कहा गया था कि गिलानी ने सिंह के साथ बैठक में कश्मीर मुद्दे को नहीं उठाया। इस पर, गिलानी ने कहा, लंबित और सबसे अहम मुद्दा कश्मीर है। इसलिए आप अन्य किस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं। हमने सभी मुद्दों पर चर्चा की और हम इस बात पर सहमत हुए कि हमें अपनी समस्याओं को खुद ही निपटाना चाहिए। यदि हम अपने मुद्दों का खुद हल नहीं करते हैं तो कोई तीसरा देश आकर इसे हल नहीं कर सकता।
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वारफोबिया, भारत, पाक, गिलानी