- नेपाल में Gen Z ने पहले भी उग्र प्रदर्शन कर सत्ता बदली थी और अब फिर से प्रदर्शन शुरू हो गया है
- गुरुवार को बारा जिले में UML नेता महेश बस्नेत के खिलाफ Gen Z ने विरोध प्रदर्शन किया और आगजनी की
- Gen Z ने महेश बस्नेत के सेमरा एयरपोर्ट पर आने पर घेराव कर स्थिति को प्रशासन के नियंत्रण से बाहर कर दिया
Gen Z ने कुछ महीने पहले ही नेपाल में अपने उग्र प्रदर्शन के बाद सत्ता बदल दी थी. Gen Z के उस प्रदर्शन को पूरी दुनिया ने देखा था. उस प्रदर्शन के दौरान सरकार के मंत्री और बड़े अधिकारियों के साथ सरेआम मारपीट और उनके आवास को आग के हवाले करने की तस्वीरें भी दुनिया भर में वायरल हुई थीं. Gen Z का वो प्रदर्शन तख्तापलट करने के बाद ही रुका. नेपाल के लोग उस आंदोलन को ठीक से भूल भी नहीे पाए थे कि बुधवार को एक बार फिर Gen Z सड़कों पर उतर गए. बुधवार को शुरू हुए इस प्रदर्शन ने गुरुवार को हिंसक रूप ले लिया. हालात इस कदर बिगड़ने लगे कि प्रशासन को उन्हें रोकने के लिए इलाके में कर्फ्यू तक लगाना पड़ा.
आपको बता दें कि नेपाल में गुरुवार को Gen Z के बवाल की शुरुआत बारा जिला से हुई. इस विरोध प्रदर्शन की शुरुआत बुधवार से हुई है. दरअसल, आंदोलनकारियों का गुस्सा UML नेता महेश बस्नेत के खिलाफ है. महेश बस्नेत पर आरोप है कि उन्होंने पहले हुए Gen Z आंदोलन के दौरान पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली का समर्थन किया था. इसी मुद्दे को लेकर में पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ था.
महेश बस्नेत के आने की खबर से भड़के Gen Z
सूत्रों के अनुसार CPN- UML नेता शंकर पौडेल और महेश बस्नेत बुधवार को एक राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए बारा जिले में जाने वाले थे. Gen Z को जैसे ही इस बात की खबर लगी तो वो महेश बस्नेत के विरोध में सड़क पर उतर गए. इतना ही Gen Z ने सेमरा एयरपोर्ट का भी घेराव कर लिया जहां पर महेश बस्नेत उतरने वाले थे. देखते ही देखते भीड़ बड़ी हो गई और स्थिति प्रशासन के काबू से बाहर होने लगी. इसी मुद्दे को लेकर पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ था.
CPN- UML कार्यकर्ताओं और Gen Z के बीच बढ़ा विवाद
इस तनाव की स्थिति में युवा सड़कों पर उतर आए. CPN- UML कार्यकर्ताओं और Gen Z आपसी झड़प शुरू हो गई. हालात को बिगड़ता देख प्रशासन को इलाके में कर्फ्यू लगाना पड़ा. गुरुवार की सुबह एक बार फिर Gen Z सड़कों पर जुटने लगे. भीड़ को बढ़ता देख पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की और इस कोशिश के दौरान Gen Z और हिंसक हो गए. Gen Z को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े.
Gen Z का कहना है कि पुलिस ने बुधवार को हुई झड़प में जिन UML कार्यकर्ताओं के खिलाफ उनकी शिकायत दर्ज हुई थी, उन सभी को गिरफ्तार नहीं किया गया. हालांकि, पुलिस ने इस हिंसा को लेकर दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ये दोनों लोग UML पार्टी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं.
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