वाशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के एक सलाहकार ने कहा है कि लीबिया में शासक रहे मुअम्मार गद्दाफी के पतन ने आतंकवादी संगठन अल कायदा और अन्य आंतकवादी संगठनों को रासायनिक एवं जैविक हथियारों सहित भारी मात्रा में हथियारों के संग्रह का मौका दे दिया है। समाचार एजेंसी 'एकेआई' के मुताबिक आतंकवाद एवं गृह सुरक्षा पर ओबामा के सहायक जॉन ब्रेनन ने कहा, "हमारे पास इसके संकेत हैं कि विभिन्न आतंकवादी समूहों की नजर लीबिया पर है और वे लीबिया को एक हथियार के बाजार के रूप मे देख रहे हैं।" उन्होंने कहा, "कुछ हथियार आतंकवादियों के हाथों में पड़ने की आशंका है जिसके बारे में हम चिंतित हैं।" समाचार पत्र 'क्रिश्चियन साइंस मानिटर' के मुताबिक ब्रेनन ने कहा कि गद्दाफी भी भारी मात्रा में मस्टर्ड गैस के संग्रह के लिए जाने जाते हैं। लीबिया से जब्त हाल के दस्तावेजों से यह जाहिर होता है कि अंतिम घंटों में गद्दाफी के नेतृत्व वाले प्रशासन ने जलपोत से बड़ी संख्या में गैस और रासायनिक तत्वों से बचाव करने वाले मास्क और कपड़े अपने समर्थकों के ठिकानों पर भेजे। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि लीबिया में सतह से हवा में मार करने वालीं 20000 मिसाइलें हैं, जिनमें से कई गायब हैं।
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