- येल यूनिवर्सिटी के ड्रॉपआउट और वियतनाम युद्ध में शामिल होने से इनकार करने वाले चेनी बड़े रिपब्लिकन नेता बन गए.
- चेनी, निक्सन के समय व्हाइट हाउस में असिस्टेंट थे, तो फोर्ड के समय सबसे कम उम्र के व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ थे.
- जॉर्ज डब्ल्यू बुश के समय उपराष्ट्रपति बने डिक चेनी का किरदार इराक पर आक्रमण के फैसले में अहम माना जाता है.
अमेरिका के पूर्व उप-राष्ट्रपति डिक चेनी का मंगलवार को निधन हो गया, उनके परिवार ने यह जानकारी दी. वह 84 साल के थे. धुर रिपब्लिकन चेनी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुखर विरोधी रहे.
येल यूनिवर्सिटी के ड्रॉपआउट और वियतनाम युद्ध में शामिल होने से इनकार करने वाले चेनी रिपब्लिकन पॉलिटिक्स के एक बड़े नेता बन गए.
वह रिचर्ड निक्सन के समय व्हाइट हाउस में असिस्टेंट थे, गेराल्ड फोर्ड के समय सबसे कम उम्र के व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ थे, रोनाल्ड रीगन के समय कांग्रेसमैन थे, जॉर्ज एच.डब्ल्यू. बुश के समय डिफेंस सेक्रेटरी थे, और जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के समय उपराष्ट्रपति, जिसका असर आज भी दिखता है. उनकी बेटी लिज चेनी यूएस हाउस में रिपब्लिकन नेतृत्व की एक वरिष्ठ सदस्य हैं.
चेनी पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के कार्यकाल में दो बार उपराष्ट्रपति रह चुके थे. 11 सितम्बर 2001 को न्यूयॉर्क और वाशिंगटन पर अल-कायदा के किए गए हमले के बाद इराक पर आक्रमण के फैसले के पीछे चेनी का अहम किरदार माना जाता है.
चेनी के निधन पर परिवार ने क्या बताया?
उनके परिवार ने एक बयान जारी कर कहा कि उनका निधन निमोनिया और दिल की बीमारी से संबंधित दिक्कतों के कारण हुआ.
चेनी के परिवार की ओर से जारी बयान में बताया गया कि, "अंतिम समय में उनकी पत्नी लिन, जिनके साथ उन्होंने 61 साल बिताए, उनकी बेटियां लिज और मैरी के साथ ही परिवार के दूसरे सदस्य मौजूद थे."
उनके परिवार ने कहा, "डिक चेनी एक महान और अच्छे इंसान थे जिन्होंने अपने बच्चों और ग्रैंड चिल्ड्रेन को देश से प्यार करना, और हिम्मत, सम्मान, प्यार, दया से परिपूर्ण जीवन जीना सिखाया."
दिवंगत चेनी को श्रद्धांजलि देते हुए बयान में कहा गया, " डिक चेनी ने हमारे देश के लिए जो कुछ भी किया, उसके लिए हम उनके बहुत-बहुत शुक्रगुजार हैं और हम बहुत खुशकिस्मत हैं कि हमने इस नेक और महान इंसान से प्यार किया और उन्होंने भी हमसे प्यार किया.”
चेनी ने 2001 से 2009 के बीच जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के डिप्टी के तौर पर काम किया. इराक युद्ध के बाद वाशिंगटन की पॉलिसी बनाने में उनकी अहम भूमिका थी.
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