पाकिस्तान की अदालत में सोमवार को हुए दोहरे आत्मघाती हमलों में एक न्यायधीश सहित कम से कम 11 की मौत हो गई और 24 से ज्यादा घायल हो गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इस्लामाबाद पुलिस के महानिरीक्षक सिकंदर हयात ने बताया कि सशस्त्र बंदूकधारी एफ-8 इलाके में स्थित जिला अदालत में पीछे की ओर से घुसे और लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं और वकीलों के चैंबर पर हथगोले फेंके।
उन्होंने बताया, अदालत में धमाकों की अवाज सुनकर पास के पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और आतंकवादियों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। आतंकवादियों ने खुद को बम से उड़ा दिया।
उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया लेकिन बताया कि हमलावरों ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नवीद खान के चैंबर को निशाना बनाया जहां एक गंभीर मामले की सुनवाई हो रही थी।
न्यायधीश नावीद खान और उनके स्टाफ को कोई नुकसान नहीं पहुंचा लेकिन एक आत्मघाती हमलावार के विस्फोट में न्यायधीश रफाकत अवान की मौत हो गई। हयात ने बताया कि आतंकवादी जीप से आए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने चार आतंकवादी देखे, जो शॉल ओढ़े और हाथों में बंदूकें और हथगोले लिए हुए अदालत में घुस रहे थे।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, अदालत में घुसने के बाद उन्होंने अपनी शॉलें फेंक दी और गोलीबारी करते हुए उनके रास्ते में आने वाले हर व्यक्ति को मारना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा गोलीबारी शुरू होने के बाद हमलावरों में से दो ने खुद को विस्फोट से खत्म कर लिया और दो अन्य फरार हो गए।
घायलों को पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया।
अस्पताल की प्रवक्ता आएशा इसानी ने बताया कि अस्पताल में 25 घायलों के साथ 11 शव भी लाए गए। कुछ घायलों की हालत गंभीर है, इसलिए मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
उच्च न्यायालय ने मंगलवार को इसे देश का काला दिन कहा, जबकि मुख्य न्यायधीश तसाक हुसैन जिलानी ने घटना को स्वत: संज्ञान में लिया।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने विस्फोटों की निंदा की है और घायलों को अच्छी चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
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