वॉशिंगटन:
पाकिस्तान के साथ अमेरिका के तनावपूर्ण रिश्ते उस समय फिर जाहिर हो गए जब ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सतर्क करते हुए कहा कि पाकिस्तानियों से तब ही कार्रवाई की उम्मीद की जा सकती है जब वह कार्रवाई उनके अपने हित में हो।
सहायक विदेशमंत्री एंड्रयू जे शपीरो ने कहा ‘हम अब ऐसे रास्ते पर हैं जहां संवाद फिर शुरू हो गया है और हम आगे भी बढ़ रहे हैं। लेकिन हमें हमारी अपेक्षाओं को लेकर यथार्थवादी होना पड़ेगा।’ अधिक ब्यौरा दिए बिना उन्होंने कहा ‘हम पाकिस्तानियों से तब ही कार्रवाई की उम्मीद कर सकते हैं जब वह उनके अपने हित में हो।’
यहां के एक विचार समूह ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स’ में दर्शकों के सवालों के जवाब में शपीरो ने माना कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
उन्होंने कहा ‘हमने ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के लिए कार्रवाई की। सीमा पर एक घटना हुई जिसमें पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। हम एक ऐसे कठिन दौर से भी गुजरे हैं जब न तो बहुत ज्यादा मदद मिली और न ही हमारे बीच अच्छी तरह संवाद हुआ।’ शपीरो ने कहा कि पाकिस्तान में हालिया दिनों चरमपंथियों ने कई हमले किए और चरमपंथी घटनाएं हुईं जिसका सीधा असर दोनों देशों के हितों पर पड़ता है।
उन्होंने कहा ‘इसलिए उनके साथ हमें विवेक से काम करना होगा, चाहे बात हमारे आपसी हितों की हो या उन्हें सहायता मुहैया कराने की हो। इसलिए हम उनके साथ बातचीत जारी रखेंगे।’ अमेरिका पाक रिश्तों में और क्षेत्र में अमेरिकी हितों में सुधार का संदर्भ देते हुए शपीरो ने इस्लामाबाद को सैन्य सहायता जारी रखने की जोरदार वकालत की।
सहायक विदेशमंत्री एंड्रयू जे शपीरो ने कहा ‘हम अब ऐसे रास्ते पर हैं जहां संवाद फिर शुरू हो गया है और हम आगे भी बढ़ रहे हैं। लेकिन हमें हमारी अपेक्षाओं को लेकर यथार्थवादी होना पड़ेगा।’ अधिक ब्यौरा दिए बिना उन्होंने कहा ‘हम पाकिस्तानियों से तब ही कार्रवाई की उम्मीद कर सकते हैं जब वह उनके अपने हित में हो।’
यहां के एक विचार समूह ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स’ में दर्शकों के सवालों के जवाब में शपीरो ने माना कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
उन्होंने कहा ‘हमने ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के लिए कार्रवाई की। सीमा पर एक घटना हुई जिसमें पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। हम एक ऐसे कठिन दौर से भी गुजरे हैं जब न तो बहुत ज्यादा मदद मिली और न ही हमारे बीच अच्छी तरह संवाद हुआ।’ शपीरो ने कहा कि पाकिस्तान में हालिया दिनों चरमपंथियों ने कई हमले किए और चरमपंथी घटनाएं हुईं जिसका सीधा असर दोनों देशों के हितों पर पड़ता है।
उन्होंने कहा ‘इसलिए उनके साथ हमें विवेक से काम करना होगा, चाहे बात हमारे आपसी हितों की हो या उन्हें सहायता मुहैया कराने की हो। इसलिए हम उनके साथ बातचीत जारी रखेंगे।’ अमेरिका पाक रिश्तों में और क्षेत्र में अमेरिकी हितों में सुधार का संदर्भ देते हुए शपीरो ने इस्लामाबाद को सैन्य सहायता जारी रखने की जोरदार वकालत की।
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