पठानकोट आतंकी हमले का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
पंजाब के पठानकोट स्थित एयरफोर्स बेस पर पिछले महीने हुए भीषण आतंकी हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर पाकिस्तान से फरार हो गया है। इस्लामाबाद में उच्च पदस्थ सूत्रों ने एनडीटीवी को यह जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तान से भागने के बाद अजहर अफगानिस्तान में छुपा हो सकता है।
अजहर को नजरबंद रखने की खबर गलत
भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पठानकोर्ट एयरबेस पर छह पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए हमले के लिए प्रतिबंधित संगठन जैश-ए- मोहम्मद का सरगना अजहर और उसके कुछ रिश्तेदार सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। पिछले दिनों सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि पाकिस्तान में जैश के ठिकानों पर छापे मारे गए और अजहर और उसके रिश्तेदारों को नजरबंद कर लिया गया। हालांकि इस पर भारत ने कहा था कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से 47-वर्षीय अजहर को हिरासत में लिए जाने की कोई खबर नहीं मिली है। पाकिस्तान के कुछ स्थानीय मंत्रियों के अलावा शरीफ सरकार के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने अजहर के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि नहीं की थी।
हिरासत में जैश के कई गुर्गे
पाकिस्तान से आ रही इन विरोधाभासी खबरों पर पाकिस्तान सरकार के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने सफाई देते हुए एनडीटीवी को अब बताया है कि जैश के कई गुर्गों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन अजहर उनमें नहीं है। इन सूत्रों ने अब एनडीटीवी को बताया कि अजहर का कोई अता-पता नहीं मिल पा रहा है और आशंका है कि वह अफगानिस्तान में छुपा हो सकता है।
पहले ही अंडरग्राउंड हो गया था अजहर
जब उनसे पूछा गया कि आखिर पठानकोट हमले के तुरंत बाद ही उसे हिरासत में क्यों नहीं लिया, तो अधिकारियों ने बताया कि अजहर ना तो अपने ठिकाने पर और ना ही दक्षिणी पंजाब में बहावल स्थित अपने घर पर मिला। आशंका है कि वह काफी पहले ही अंडरग्राउंड हो गया था।
भारत-पाक वार्ता में पड़ सकता है खलल
पाकिस्तान सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई इस पुष्टि से भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली संभावित वार्ता में खलल पड़ सकता है। भारत ने पहले ही साफ कर रखा है कि दोनों देशों के बीच की वार्ता की संभावना इस बात पर निर्भर है कि पठानकोट हमले के दोषियों के खिलाफ पाकिस्तान क्या कार्रवाई करता है।
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए नवाज शरीफ सक्रिय
एनडीटीवी को पता चला है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट आतंकी हमले के सिलसिले में मामला दर्ज कराने पर अपना जोर लगा रखा है। पिछले दिनों नवाज शरीफ के दफ्तर से जारी बयान में कहा गया था कि, 'पाकिस्तान में हुई शुरुआती जांच और (भारत से) मुहैया सूचनाओं के आधार पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।' शरीफ ने इस बयान से अपनी मंशा का संकेत दे दिया था। हालांकि भारत को अब इस बात का इंतजार है कि इस मामले में दर्ज एफआईआर में किन लोगों को नामजद किया जाता है और क्या इसमें जैश को आतंकी संगठन बताया जाता है या नहीं।
पठानकोट हमले से जुड़े सबूत जुटाने भारत आएगा पाकिस्तानी जांच दल
एक पाकिस्तानी अधिकारी ने एनडीटीवी से कहा, 'हम इस बात से इनकार नहीं करते कि हमले की साजिश यहां के नॉन स्टेट एक्टर्स ने रची थी।' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर रही एक टीम इस वारदात से जुड़े और सबूत एकत्र करने के लिए भारत जाने की तैयारी में है। दिल्ली से भी इसकी रजामंदी मिल गई है।
सूत्रों ने बताया कि जांच दल की भारत यात्रा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच बातचीत हुई थी। हालांकि पठानकोट एयरबेस के सामरिक महत्व और सुरक्षा के मद्देनजर जांच दल को यहां जाने की इजाजत नहीं दी गई थी।
अजहर को नजरबंद रखने की खबर गलत
भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पठानकोर्ट एयरबेस पर छह पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए हमले के लिए प्रतिबंधित संगठन जैश-ए- मोहम्मद का सरगना अजहर और उसके कुछ रिश्तेदार सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। पिछले दिनों सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि पाकिस्तान में जैश के ठिकानों पर छापे मारे गए और अजहर और उसके रिश्तेदारों को नजरबंद कर लिया गया। हालांकि इस पर भारत ने कहा था कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से 47-वर्षीय अजहर को हिरासत में लिए जाने की कोई खबर नहीं मिली है। पाकिस्तान के कुछ स्थानीय मंत्रियों के अलावा शरीफ सरकार के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने अजहर के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि नहीं की थी।
हिरासत में जैश के कई गुर्गे
पाकिस्तान से आ रही इन विरोधाभासी खबरों पर पाकिस्तान सरकार के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने सफाई देते हुए एनडीटीवी को अब बताया है कि जैश के कई गुर्गों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन अजहर उनमें नहीं है। इन सूत्रों ने अब एनडीटीवी को बताया कि अजहर का कोई अता-पता नहीं मिल पा रहा है और आशंका है कि वह अफगानिस्तान में छुपा हो सकता है।
पहले ही अंडरग्राउंड हो गया था अजहर
जब उनसे पूछा गया कि आखिर पठानकोट हमले के तुरंत बाद ही उसे हिरासत में क्यों नहीं लिया, तो अधिकारियों ने बताया कि अजहर ना तो अपने ठिकाने पर और ना ही दक्षिणी पंजाब में बहावल स्थित अपने घर पर मिला। आशंका है कि वह काफी पहले ही अंडरग्राउंड हो गया था।
भारत-पाक वार्ता में पड़ सकता है खलल
पाकिस्तान सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई इस पुष्टि से भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली संभावित वार्ता में खलल पड़ सकता है। भारत ने पहले ही साफ कर रखा है कि दोनों देशों के बीच की वार्ता की संभावना इस बात पर निर्भर है कि पठानकोट हमले के दोषियों के खिलाफ पाकिस्तान क्या कार्रवाई करता है।
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए नवाज शरीफ सक्रिय
एनडीटीवी को पता चला है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट आतंकी हमले के सिलसिले में मामला दर्ज कराने पर अपना जोर लगा रखा है। पिछले दिनों नवाज शरीफ के दफ्तर से जारी बयान में कहा गया था कि, 'पाकिस्तान में हुई शुरुआती जांच और (भारत से) मुहैया सूचनाओं के आधार पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।' शरीफ ने इस बयान से अपनी मंशा का संकेत दे दिया था। हालांकि भारत को अब इस बात का इंतजार है कि इस मामले में दर्ज एफआईआर में किन लोगों को नामजद किया जाता है और क्या इसमें जैश को आतंकी संगठन बताया जाता है या नहीं।
पठानकोट हमले से जुड़े सबूत जुटाने भारत आएगा पाकिस्तानी जांच दल
एक पाकिस्तानी अधिकारी ने एनडीटीवी से कहा, 'हम इस बात से इनकार नहीं करते कि हमले की साजिश यहां के नॉन स्टेट एक्टर्स ने रची थी।' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर रही एक टीम इस वारदात से जुड़े और सबूत एकत्र करने के लिए भारत जाने की तैयारी में है। दिल्ली से भी इसकी रजामंदी मिल गई है।
सूत्रों ने बताया कि जांच दल की भारत यात्रा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच बातचीत हुई थी। हालांकि पठानकोट एयरबेस के सामरिक महत्व और सुरक्षा के मद्देनजर जांच दल को यहां जाने की इजाजत नहीं दी गई थी।
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