काहिरा:
मिस्र के एयरलाइन के अपहरणकर्ता को अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया और विमान में सवार सभी यात्री और चालक दल के सदस्य पूरी तरह सुरक्षित हैं। अधिकारियों ने कहा कि अपहरणकर्ता ने निजी कारणों से इस कार्य को अंजाम दिया, जिसने विस्फोटक बेल्ट पहने होने का दावा किया था। उसे लरनाका के हवाई अड्डे पर कई घंटे की तनावपूर्ण स्थिति के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
साइप्रस सरकार के प्रवक्ता निकोस क्रिस्टोडोलडेस ने ट्विटर पर लिखा, 'अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है।' विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध नहीं हो सका है। एएफपी के एक संवाददाता ने विमान से एक व्यक्ति को उतरते देखा जो टरमैक की तरफ जाते देखा गया और फिर वहां आतंकवाद निरोधक दो अधिकारियों के समक्ष वह हाथ उठाकर जाते हुए देखा गया। उन्होंने उसे जमीन पर लिटा दिया और फिर दो मिनट तक जांच के बाद उसे अपने साथ ले गए।
यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को इससे पहले विमान से उतरते देखा गया, जिन्हें एक कॉकपिट की खिड़की से उतारा गया। मिस्र के नागर विमानन मंत्री शेरिफ फादी ने सरकारी टेलीविजन से कहा, 'यात्री सुरक्षित हैं और चालक दल के सदस्य भी सुरक्षित हैं।' इससे पहले साइप्रस ने कहा था कि अपहरणकर्ता को हिरासत में ले लिया गया है।
मिस्र के प्रधानमंत्री शेरिफ इस्माइल ने टेलीविजन पर कहा कि कथित अपहरणकर्ता मिस्र का है और उसने यूरोपीय संघ के एक प्रतिनिधि से बातचीत करने की मांग की। इससे पहले अधिकारियों ने कहा कि इसका 'आतंकवाद' से कोई लेना-देना नहीं है और अपहरणकर्ता ने साइप्रस की एक महिला से मुलाकात करने की मांग की, जो उसकी पूर्व प्रेमिका है और उससे उसका एक बच्चा भी है।
आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं
साइप्रस विदेश मंत्रालय के स्थायी सचिव एलेक्जेंड्रोस जेनन ने कहा, 'इसका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक व्यक्ति का कृत्य है जो मानसिक रूप से अस्थिर है।'
मिस्र का विमान लरकाना में सुबह 8.50 बजे उतरा। मिस्र के नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि अपहरणकर्ता ने एयरबस ए-320 पर विस्फोटक बेल्ट के जरिए धमाका करने की चेतावनी दी। विमान अलेक्जेंडेरिया से काहिरा की तरफ जा रहा था।
विमान के उतरने के बाद अधिकतर यात्रियों को जाने दिया गया। मिस्र के विमानन मंत्री शेरिफ फादी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कैप्टन, सह-पायलट, एक विमान परिचारिका और सुरक्षा गार्ड तथा तीन यात्री विमान में अब भी मौजूद हैं।
कई विदेशी यात्री भी थे सवार
फादी ने कहा कि विमान में 55 यात्री सवार थे और अपहरणकर्ता ने मांग की थी कि इसे या तो तुर्की या साइप्रस में उतारा जाए। मिस्र के नागर विमानन मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि विमान में 21 विदेशी नागरिक सवार थे जिसमें आठ अमेरिकी, चार हॉलैंड के नागरिक, चार ब्रिटिश नागरिक और एक फ्रांसीसी नागरिक था।
साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस अनेस्तासिदेस ने संवाददाताओं से कहा कि निजी कारणों से घटना को अंजाम दिया गया। देश के दौरे पर आए यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन शुल्ज के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, 'विमान का अपहरण आतंकवाद से जुड़ा हुआ मामला नहीं है।'
यह पूछने पर कि अपहरणकर्ता ने साइप्रस की एक महिला से मुलाकात की मांग रखी है तो अनेस्तासिदेस ने हंसते हुए कहा, 'हर मामले की जड़ में महिलाएं होती हैं।' हवाई अड्डे पर आपातकालीन दल को तैनात किया गया है, जो इस देश में आने वाले पर्यटकों का मुख्य प्रवेश द्वार है। हवाई अड्डे को फिलहाल बंद कर दिया गया है तथा आने वाले विमानों को पाफोस की तरफ रवाना किया जा रहा है।
बंधक संकट के लिए कुख्यात रहा है लरकाना
बंधक संकट के लिए लरकाना कुख्यात रहा है। पिछले कुछ दशक में यहां कई अपहृत विमानों को उतारा गया। अगस्त 1996 में सूडान एयरवेज के एक विमान को यहां उतारा गया था, जिसका अपहरण सात इराकी नागरिकों ने कर लिया था।
इसी तरह 1988 में कुवैत एयरवेज के एक विमान का अपहरण कर लरकाना में उतारा गया। साइप्रस एयरवेज के एक विमान का फरवरी 1978 में अपहरण कर लरकाना में उतारा गया था, जहां मिस्र के कमांडो ने अपहृत विमान पर धावा बोल दिया था।
साइप्रस सरकार के प्रवक्ता निकोस क्रिस्टोडोलडेस ने ट्विटर पर लिखा, 'अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है।' विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध नहीं हो सका है। एएफपी के एक संवाददाता ने विमान से एक व्यक्ति को उतरते देखा जो टरमैक की तरफ जाते देखा गया और फिर वहां आतंकवाद निरोधक दो अधिकारियों के समक्ष वह हाथ उठाकर जाते हुए देखा गया। उन्होंने उसे जमीन पर लिटा दिया और फिर दो मिनट तक जांच के बाद उसे अपने साथ ले गए।
यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को इससे पहले विमान से उतरते देखा गया, जिन्हें एक कॉकपिट की खिड़की से उतारा गया। मिस्र के नागर विमानन मंत्री शेरिफ फादी ने सरकारी टेलीविजन से कहा, 'यात्री सुरक्षित हैं और चालक दल के सदस्य भी सुरक्षित हैं।' इससे पहले साइप्रस ने कहा था कि अपहरणकर्ता को हिरासत में ले लिया गया है।
मिस्र के प्रधानमंत्री शेरिफ इस्माइल ने टेलीविजन पर कहा कि कथित अपहरणकर्ता मिस्र का है और उसने यूरोपीय संघ के एक प्रतिनिधि से बातचीत करने की मांग की। इससे पहले अधिकारियों ने कहा कि इसका 'आतंकवाद' से कोई लेना-देना नहीं है और अपहरणकर्ता ने साइप्रस की एक महिला से मुलाकात करने की मांग की, जो उसकी पूर्व प्रेमिका है और उससे उसका एक बच्चा भी है।
आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं
साइप्रस विदेश मंत्रालय के स्थायी सचिव एलेक्जेंड्रोस जेनन ने कहा, 'इसका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक व्यक्ति का कृत्य है जो मानसिक रूप से अस्थिर है।'
मिस्र का विमान लरकाना में सुबह 8.50 बजे उतरा। मिस्र के नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि अपहरणकर्ता ने एयरबस ए-320 पर विस्फोटक बेल्ट के जरिए धमाका करने की चेतावनी दी। विमान अलेक्जेंडेरिया से काहिरा की तरफ जा रहा था।
विमान के उतरने के बाद अधिकतर यात्रियों को जाने दिया गया। मिस्र के विमानन मंत्री शेरिफ फादी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कैप्टन, सह-पायलट, एक विमान परिचारिका और सुरक्षा गार्ड तथा तीन यात्री विमान में अब भी मौजूद हैं।
कई विदेशी यात्री भी थे सवार
फादी ने कहा कि विमान में 55 यात्री सवार थे और अपहरणकर्ता ने मांग की थी कि इसे या तो तुर्की या साइप्रस में उतारा जाए। मिस्र के नागर विमानन मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि विमान में 21 विदेशी नागरिक सवार थे जिसमें आठ अमेरिकी, चार हॉलैंड के नागरिक, चार ब्रिटिश नागरिक और एक फ्रांसीसी नागरिक था।
साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस अनेस्तासिदेस ने संवाददाताओं से कहा कि निजी कारणों से घटना को अंजाम दिया गया। देश के दौरे पर आए यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन शुल्ज के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, 'विमान का अपहरण आतंकवाद से जुड़ा हुआ मामला नहीं है।'
यह पूछने पर कि अपहरणकर्ता ने साइप्रस की एक महिला से मुलाकात की मांग रखी है तो अनेस्तासिदेस ने हंसते हुए कहा, 'हर मामले की जड़ में महिलाएं होती हैं।' हवाई अड्डे पर आपातकालीन दल को तैनात किया गया है, जो इस देश में आने वाले पर्यटकों का मुख्य प्रवेश द्वार है। हवाई अड्डे को फिलहाल बंद कर दिया गया है तथा आने वाले विमानों को पाफोस की तरफ रवाना किया जा रहा है।
बंधक संकट के लिए कुख्यात रहा है लरकाना
बंधक संकट के लिए लरकाना कुख्यात रहा है। पिछले कुछ दशक में यहां कई अपहृत विमानों को उतारा गया। अगस्त 1996 में सूडान एयरवेज के एक विमान को यहां उतारा गया था, जिसका अपहरण सात इराकी नागरिकों ने कर लिया था।
इसी तरह 1988 में कुवैत एयरवेज के एक विमान का अपहरण कर लरकाना में उतारा गया। साइप्रस एयरवेज के एक विमान का फरवरी 1978 में अपहरण कर लरकाना में उतारा गया था, जहां मिस्र के कमांडो ने अपहृत विमान पर धावा बोल दिया था।
Our flight MS181 is officially hijacked. we'll publish an official statement now. #Egyptair
— EGYPTAIR (@EGYPTAIR) March 29, 2016
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