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                                        यूनान के प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिपरस मंगलवार को यूरोजोन के नेताओं के शिखर सम्मेलन में चेहरे पर मुस्कान के साथ पहुंचे, लेकिन जब यह स्पष्ट हो गया कि उनके पास इस बारे में कोई लिखित प्रस्ताव नहीं कि वह अपने देश को वित्तीय संकट से कैसे बचाएंगे, तो उन्हें सबकी नाराजगी का सामना करना पड़ा।
ऐसे में जब यूनान के बैंक संभावित रूप से कुछ ही दिनों में ध्वस्त हो सकते हैं, जो उसे यूरोजोन से बाहर कर सकता है, सिपरस से उम्मीद थी कि वह ऋण के बदले आर्थिक सुधारों की पेशकश करेंगे।
यद्यपि उनकी सरकार ने कहा कि वह एक योजना बुधवार को ही पेश करेगी। लिथुआनिया के राष्ट्रपति छालिया ग्रिबाउसकेत ने कहा कि आपको पता है आज के लिए वादा था। अब वे कल का वादा कर रहे हैं।
                                                                        
                                    
                                ऐसे में जब यूनान के बैंक संभावित रूप से कुछ ही दिनों में ध्वस्त हो सकते हैं, जो उसे यूरोजोन से बाहर कर सकता है, सिपरस से उम्मीद थी कि वह ऋण के बदले आर्थिक सुधारों की पेशकश करेंगे।
यद्यपि उनकी सरकार ने कहा कि वह एक योजना बुधवार को ही पेश करेगी। लिथुआनिया के राष्ट्रपति छालिया ग्रिबाउसकेत ने कहा कि आपको पता है आज के लिए वादा था। अब वे कल का वादा कर रहे हैं।
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