अमेरिका के राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप की अतरंगी-सतरंगी टीम में एक और नाम जुड़ गया है. ट्रंप ने AI और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करंसी पर नजर रखने के लिए बकायदा एक 'अधिकारी' की नियुक्ति कर दी है. डेविड ओ सैक्स ( David O. Sacks) को वाइट हाउस का AI और क्रिप्टो जार बनाया गया है. सैक्स के ऊपर क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक कानूनी ढांचा खड़ा करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी. आने वाले दिनों में जिस तरह से दुनिया में AI का दखल बढ़ता जा रहा है, उस पर भी सैक्स काम करेंगे. अमेरिका और दुनिया के लिए ट्रंप के अगले चार साल किस तरह के असर वाले होंगे, यह धीरे-धीरे आकार ले रही उनकी टीम से सामने आ रहा है. इससे पहले ट्रंप ने अमेरिका में बिजनेस को आसान करने और पुराने पड़े चुके कानूनों को निपटाने के लिए बकायदा कार्य दक्षता के नाम से एक अलग विभाग खड़ा कर दिया था. अपने करीबी अरबपति एलन मस्क और भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाने का सपना
बिटकॉइन इन दिनों गजब की बुलंदी पर है. वह एक लाख डॉलर को छू रहा है. ट्रंप की खुशी में वह हर दिन जंप कर रहा है. दरअसल इसकी वजह भी है. ट्रंप का सपना अमेरिका को दुनिया की 'क्रिप्टो कैपिटल' बनाने का है. वह इसे जाहिर भी कर चुके हैं और इसकी लिए बकायदा टीम भी खड़ी कर रहे हैं. बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करंसीज के दीवाने ट्रंप ने पिछले दिनों ट्रंप ने क्रिप्टो के घोर समर्थक पॉल एटकिन्स सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन (SEC) का नया मुखिया बनाया था. इसके एक दिन बाद ट्रंप ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम PayPal के पूर्व चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) की वॉइट हाउस के AI और किप्टो जार के तौर पर नियुक्ति कर दी. डेविड सैक्स इसके साथ ही अमेरिकी की साइंस और टेक्नॉलजी की सलाहकार समिति को लीड करेंगे. यह उनके उस चुनावी वादे की तरह कदम है, जिसमें उन्होंने अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाने की कसम खाई थी.
अमेरिका और चीन में लगी है 'बिटकॉइन' की रेस
अमेरिका और चीन के बीच क्रिप्टो करंसी की गजब की रेस चल रही है. कुछ वक्त पहले तक चीन इसका बेताज बादशाह हुआ करता था, लेकिन अब अमेरिका उसे पीछे छोड़ चुका है. ट्रंप की जीत ने तो जैसे अमेरिका के क्रिप्टो मार्केट में नई जान फूंक दी है. बिटकॉइन जैसे कुलांचें भर रहा है, वह ट्रंप के क्रिप्टो वाले मूड का ही असर है. अपनी नीतियों और एक्सपर्ट टीम के जरिए ट्रंप क्रिप्टो निवेशकों का विश्वास जीतने की कोशिश कर रहे हैं. पॉल एटकिन्स के बाद अब सैक्स की नियुक्ति को उसी दिशा में कदम माना जा रहा है.
कौन हैं डेविड सैक्स
डेविड सैक्स एक बेहद सफल इंटरप्रेन्योर और निवेशक रहे हैं, जिन्होंने सिलिकॉन वैली की कुछ सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों का निर्माण और निवेश किया है. डेविड PayPal के फाउंडर एरा के COO थे. डेविड ने तब एंटरप्राइज़ सॉफ़्टवेयर कंपनी, यामर की स्थापना की, जिसका Microsoft ने $1.2 बिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया. इसके बाद उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में स्थित एक वेंचर कैपिटल फर्म क्राफ्ट वेंचर्स की स्थापना की. डेविड ऑल-इन पॉडकास्ट के को-होस्ट हैं, जो टेक में टॉप लेवल का पॉडकास्ट है, जहां वे और उनके दोस्त आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करते हैं. डेविड के पास इन दो महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी में अमेरिका को महान बनाने के लिए नॉलेज, व्यावसायिक अनुभव, इंटेलिजेंस और व्यावहारिकता है.
एआई और क्रिप्टो जार की नियुक्ति पर क्या बोले ट्रंप
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतने के बाद से कई महत्वपूर्ण विभागों में नियुक्तियां करने में लगे हैं. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को PayPal के पूर्व चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डेविड सैक्स को व्हाइट हाउस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्रिप्टो जार के रूप में नियुक्त किया है. इस बारे में ट्रंप ने जानकारी देते हुए कहा कि वह डेविड सैक्स को व्हाइट हाउस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्रिप्टो ज़ार के रूप में नियुक्त कर रहे हैं. ट्रंप ने अपने सोशल-मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, "वह एक कानूनी ढांचे पर काम करेंगे, ताकि क्रिप्टो इंडस्ट्री को वैसे देखा जा सके जिसकी वह मांग कर रहा है, और वह अमेरिका में फल-फूल सके."
I am pleased to announce that David O. Sacks will be the “White House A.I. & Crypto Czar.” In this important role, David will guide policy for the Administration in Artificial Intelligence and Cryptocurrency, two areas critical to the future of American competitiveness. David…
— Donald J. Trump Posts From His Truth Social (@TrumpDailyPosts) December 6, 2024
ट्रंप ने बताया डेविड करेंगे क्या काम
ट्रंप ने कहा कि मुझे यह बताते हुए हुए खुशी हो रही है कि डेविड ओ. सैक्स व्हाइट हाउस ए.आई. और क्रिप्टो जार होंगे. इस महत्वपूर्ण भूमिका में, डेविड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्रिप्टोकरेंसी में प्रशासन की नीतियों का मार्गदर्शन करेंगे, जो अमेरिकी प्रतिस्पर्धा के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण दो सेक्टर हैं. डेविड दोनों क्षेत्रों में अमेरिका को वैश्विक नेता बनाने पर फोकस करेंगे. वह ऑनलाइन फ्री स्पीच की रक्षा करेंगे, और हमें बिग टेक पूर्वाग्रह और सेंसरशिप से दूर रखेंगे. डेविड साइंस और टेक्नोलॉजी के लिए राष्ट्रपति सलाहकार परिषद का भी नेतृत्व करेंगे.
क्रिप्टो की रेस में चीन कैसे छूटा पीछे
- रेगुलेटरी क्रैकडाउन : क्रिप्टो माइनिंग और बिजनेस पर कड़े प्रतिबंध ने चीन को छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया, जिसकी वजह से उन्हें अमेरिका जाना पड़ा, जहां टेक्सास जैसे स्टेट ने सस्ती ऊर्जा और अनुकूल नीतियों की पेशकश की.
- कैपिटल कंट्रोल: कैपिटल आउटफ्लो पर चीनी सरकार की सख्त सीमाएं क्रिप्टोकरेंसी के बॉर्डरलेस नेचर के साथ टकराती हैं, जिससे वित्तीय अस्थिरता पर चिंताएं पैदा होती हैं.
- ऊर्जा संबंधी चिंताएं: बिटकॉइन माइनिंग की भारी ऊर्जा खपत चीन के जलवायु लक्ष्यों से टकराती है, जिससे सरकार को रिन्यूबल एनर्जी सोर्स का उपयोग करने वाले संचालन पर नकेल कसने के लिए प्रेरित किया जाता है.
- छूटे हुए अवसर: जबकि चीन ने अपने केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC), डिजिटल युआन पर फोकस किया है, जिसके असर से निजी क्रिप्टोकरेंसी पर इसके प्रतिबंधों ने बड़ी इनोवेशन को रोक दिया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं