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This Article is From Dec 21, 2023

मछुआरे के जाल में फंसा था लापता MH370 का मलबा, किसी ने नहीं दिया ध्यान, 9 साल बाद सुनाई कहानी

मलेशिया एयरलाइंस का विमान MH370 8 मार्च 2014 को गायब हो गया था. काफी खोजबीन के बाद भी उसका मलबा नहीं मिला था.

मछुआरे के जाल में फंसा था लापता MH370 का मलबा, किसी ने नहीं दिया ध्यान, 9 साल बाद सुनाई कहानी
नई दिल्ली:

Discovery of MH370: ऑस्ट्रेलिया (Australia) में एक मछुआरे ने दावा किया है कि उसे मलेशिया एयरलाइंस (Malaysia Airlines) के लापता विमान MH370 का एक बड़ा टुकड़ा मिला था लेकिन अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया. किट ओल्वर (Kit Olver) नाम के मछुआरे ने विमान के गायब होने के नौ साल से अधिक समय बाद ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड को अपनी चौंकाने वाली खोज के बारे में बताया है. 

मलेशिया एयरलाइंस का विमान MH370 8 मार्च 2014 को गायब हो गया था. काफी खोजबीन के बाद भी उसका मलबा नहीं मिला था. प्लेन में 227 यात्री और 12 चालक दल सवार थे. ओल्वर ने अखबार को बताया कि कमर्शियल विमान के गायब होने के छह महीने बाद ही उसका मलबा उनके जाल में फंसा था. लेकिन उन्होंने कई साल तक इसके बारे में किसी को नहीं बताया. अब 77 साल के ओल्वर यह कहानी पूरी दुनिया को सुनाना चाहते हैं. 

प्राइवेट प्लेन से भी बड़ा था पंख

अपनी खोज के बारे में ओल्वर कहा, 'वह एक बड़े जेट विमान का भारी-भरकम पंख था.' उन्होंने कहा, 'मैंने खुद से सवाल किया. मैं यह नहीं करना चाहता था. मैंने ईश्वर से प्रार्थना की कि काश मैं इस चीज को कभी नहीं देखता लेकिन वह मुझे मिल चुका था. वह विमान का एक पंख था.'

मछुआरे ने बताया कि उस विमान का एक पंख (Wing) एक प्राइवेट प्लेन से भी ज्यादा बड़ा था. ओल्वर ने कहा कि जब उन्होंने विमान के हिस्से को सतह पर लाने की कोशिश की तो उनकी ट्रॉलर (Trawler) का बैलेंस बिगड़ गया और वह गर्म हो गई. खोज वाले दिन वहां मौजूद ओल्वर की टीम के इकलौते जीवित सदस्य जॉर्ज करी ने कहा कि पंख की खोज उनके लिए एक 'महान अनुभव' थी.

'वह बहुत भारी और अजीब था'

69 साल के जॉर्ज बताते हैं, 'वह अविश्वसनीय रूप से भारी और अजीब था. उसने हमारे जाल को फाड़ दिया. वह नाव की सतह पर चढ़ाने के लिए बहुत बड़ा था.' उन्होंने कहा, 'जैसे ही मैंने उसे देखा, मुझे पता चल गया कि वह क्या है. वह साफतौर पर एक कमर्शियल विमान का पंख या एक बड़ा हिस्सा था. उसका रंग सफेद था और वह जाहिर तौर पर वह किसी मिलिट्री जेट या छोटे विमान का हिस्सा नहीं था.'

चालक दल को काटना पड़ा 20 हजार डॉलर का जाल

विमान का पंख इतना बड़ा था कि ट्रॉलर पर सवार चालक दल के सदस्यों को 20,000 डॉलर के अपने जाल को काटने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि वे उसे ट्रॉलर पर लाने में असमर्थ थे. ओल्वर ने कहा कि वह अभी भी अधिकारियों को उस जगह के कोऑर्डिनेट्स दे सकते हैं जहां उन्होंने विंग की खोज की थी. उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई शहर रोबे से लगभग 55 किलोमीटर पश्चिम में है.

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