फाइल फोटो
मिना:
हज के दौरान मची भगदड़ में मरने वाले लोगों में 10 और की नागरिकता की पहचान किये जाने के बाद इस हादसे में जान गंवाने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ कर 45 हो गयी। पचास घायल भारतीय हजयात्रियों का इलाज चल रहा है। सऊदी अरब में वाषिर्क हज यात्रा के दौरान 25 साल में यह सर्वाधिक भीषण हादसा है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘हज के दौरान मची भगदड़ में मरे भारतीयों की संख्या अब 45 हो गयी है। सऊदी अरब में 50 भारतीय हजयात्री विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।’ इससे पहले रविवार को 13 और शवों की पहचान की गयी थी जिसके साथ ही मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ कर 35 हो गयी थी।
सुषमा स्वराज ने हज में मरे लोगों की संख्या रविवार को 1090 बतायी थी जो सऊदी अरब के अधिकारियों द्वारा दिए गए आंकड़े 769 से बहुत ज्यादा है।
विदेश मंत्री ने ट्वीट किया था, ‘सऊदी अधिकारियों ने उन 1090 हजयात्रियों के फोटो जारी किए हैं जो हज के दौरान मची भगदड़ में मारे गए।’ मिना में भगदड़ में घायल होने वालों की संख्या 934 है। सउदी अरब के शाह सलमान ने पांच दिवसीय आयोजन के दौरान हुए इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने का आदेश दिया है। इस आयोजन में 180 से अधिक देशों के लगभग 20 लाख लोग भाग ले रहे थे। भारत से 1.5 लाख लोगों ने हज किया।
क्यों किया जाता है हज?
हज को इस्लाम के पांच बुनियादी स्तंभों में से एक माना जाता है और आर्थिक और शारीरिक रूप से सक्षम हर मुस्लिम को जीवन में एक बार हज अवश्य करना चाहिए। यह भगदड़ उस समय मची, जब हाजियों की दो बड़ी कतारें, अलग-अलग दिशाओं से एक दूसरे के सामने आ गईं। यह स्थान मीना के जमारात ब्रिज की उस पांच मंजिला इमारत के करीब है, जहां पत्थर से बनी तीन दीवारों पर प्रतीकात्मक रूप से शैतान को कंकड़ मारने की रस्म निभाई जाती है। हाजियों के लिए इस साल यह दूसरी बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले 11 सितंबर को मक्का की मस्जिद अल हराम में निर्माण कार्य में लगी एक विशाल क्रेन के गिर जाने से 11 भारतीयों सहित 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘हज के दौरान मची भगदड़ में मरे भारतीयों की संख्या अब 45 हो गयी है। सऊदी अरब में 50 भारतीय हजयात्री विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।’ इससे पहले रविवार को 13 और शवों की पहचान की गयी थी जिसके साथ ही मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ कर 35 हो गयी थी।
सुषमा स्वराज ने हज में मरे लोगों की संख्या रविवार को 1090 बतायी थी जो सऊदी अरब के अधिकारियों द्वारा दिए गए आंकड़े 769 से बहुत ज्यादा है।
विदेश मंत्री ने ट्वीट किया था, ‘सऊदी अधिकारियों ने उन 1090 हजयात्रियों के फोटो जारी किए हैं जो हज के दौरान मची भगदड़ में मारे गए।’ मिना में भगदड़ में घायल होने वालों की संख्या 934 है। सउदी अरब के शाह सलमान ने पांच दिवसीय आयोजन के दौरान हुए इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने का आदेश दिया है। इस आयोजन में 180 से अधिक देशों के लगभग 20 लाख लोग भाग ले रहे थे। भारत से 1.5 लाख लोगों ने हज किया।
क्यों किया जाता है हज?
हज को इस्लाम के पांच बुनियादी स्तंभों में से एक माना जाता है और आर्थिक और शारीरिक रूप से सक्षम हर मुस्लिम को जीवन में एक बार हज अवश्य करना चाहिए। यह भगदड़ उस समय मची, जब हाजियों की दो बड़ी कतारें, अलग-अलग दिशाओं से एक दूसरे के सामने आ गईं। यह स्थान मीना के जमारात ब्रिज की उस पांच मंजिला इमारत के करीब है, जहां पत्थर से बनी तीन दीवारों पर प्रतीकात्मक रूप से शैतान को कंकड़ मारने की रस्म निभाई जाती है। हाजियों के लिए इस साल यह दूसरी बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले 11 सितंबर को मक्का की मस्जिद अल हराम में निर्माण कार्य में लगी एक विशाल क्रेन के गिर जाने से 11 भारतीयों सहित 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी।
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