विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के पास पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न (Public Health Emergency of International Concern) वैश्विक बीमारी के प्रकोप से निपटने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाली सर्वोच्च चेतावनी है. डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामलों की बढ़ती संख्या देखते हुए इसे PHEIC घोषित किया है.
PHEIC को लेकर जिन शर्तों को पूरा किया जाना चाहिए, उन्हें 2005 के इंटरनेशनल हेल्थ रेग्युलेशंस (International Health Regulations) के तहत निर्धारित किया गया. PHEIC को नियमों में असाधारण घटना के रूप में परिभाषित किया गया है जो बीमारी के अंतरराष्ट्रीय प्रसार के चलते अन्य देशों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम का कारण बनता है और इसके लिए समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की जरूरत होती है.
मंकीपॉक्स पर WHO की 16 सदस्यीय आपातकालीन समिति की अध्यक्षता कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के जीन-मैरी ओकोवो-बेले ने की है, जो WHO के वैक्सीन और इम्युनाइजेशन विभाग के पूर्व निदेशक हैं. समिति में वायरोलॉजिस्ट, वैक्सीनोलॉजिस्ट, महामारी विज्ञानी और अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं.
आपातकालीन समिति ने WHO प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस को जोखिम का आकलन पेश किया. हालांकि सर्वोच्च चेतावनी को लेकर आम सहमति तक पहुंचने में समिति असमर्थ रही, जिसके बाद टेड्रोस को खुद फैसला करना पड़ा.
इससे पहले WHO छह बार PHEICS घोषित कर चुका है. इसमें 2009 में एच1एन1 स्वाइन फ्लू, मई 2014 में पोलोवायरस, अगस्त 2014 में इबोला, फरवरी 2016 में जीका वायरस, जुलाई 2019 में इबोला (दूसरी बार), जनवरी 2020 में कोविड-19 घोषित किया गया.
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