
अपने कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के अप्रूवल के लिए EU मेडिसिन रेगुलेटर के पास अपील डालने वाली दो फार्मास्यूटिकल कंपनियों ने बुधवार को बताया कि यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी के सर्वर पर हुए एक साइबर हमले में उनके डॉक्यूमेंट्स को 'गैरकानूनी तरीके से एक्सेस' किया गया है.
Pfizer और BioNTech ने कहा कि उनके वैक्सीन से जुड़े डॉक्यूमेंट्स को हैक किया गया था लेकिन इस घटना से जुड़े किसी सिस्टम में सेंध नहीं लगाई गई है. Pfizer ने एक बयान जारी कर कहा कि 'हमें किसी निजी डेटा में सेंध लगाने की कोई जानकारी नहीं मिली है.' वहीं BioNTech ने कहा कि 'हमें इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि हैकिंग में हमारे स्टडी में शामिल लोगों की पहचान की गई है.' दोनों कंपनियों ने कहा कि 'EMA ने हमें भरोसा दिलाया है कि साइबर अटैक का इसकी समीक्षा के लिए तय समय पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.'
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वहीं ब्रिटेन के साइबर वॉचडॉग National Cyber Security Centre ने एक बयान जारी कहा कि 'वो EU के मेडिसिन रेगुलेटर पर हुए इस साइबर अटैक के प्रभाव को समझने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ काम कर रहा है.' सेंटर ने कहा कि 'फिलहाल ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे माना जाए कि हमे में यूके का मेडिसिन रेगुलेटर प्रभावित हुआ है.'
बता दें कि ब्रिटेन ने मंगलवार से वहां पर Pfizer-BioNTech की कोरोना वैक्सीन का बड़े स्तर पर टीकाकरण शुरू कर दिया है, जिसके तहत अभी हेल्थकेयर वर्कर्स, इसेंशियल वर्कर्स और 80 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं