ये तस्वीर नियाग्रा जल प्रपात की है
नई दिल्ली:
उत्तर भारत ही नहीं उत्तर अमेरिका में भी रिकॉर्ड तोड़ सर्दी पड़ रही है.. सर्द तूफ़ान ग्रेसन के चलते अमेरिका के कई इलाकों में तापमान माइनस 35 डिग्री सेल्सियस तक चला गया है. इसमें अगर सर्द हवा का असर भी शामिल कर लें जिसे 'विंड चिल' फैक्टर कहते हैं तो ये ठंड और भी भयानक महसूस हो रही है. अमेरिका के ईस्ट कोस्ट और मिडवेस्ट में हालत सबसे ज़्यादा ख़राब हैं जहां कई इलाकों में ध्रुवीय आर्कटिक से आ रही हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. इन इलाकों में वर्मोंट, न्यूयॉर्क, वर्जीनिया, वेस्ट वर्जीनिया, मैरीलैंड, मेन और न्यू हैम्पशायर शामिल हैं. सर्द तूफ़ान ग्रेसन के असर से इतनी ठंड पड़ गई है कि इसे बॉम्ब साइक्लोन भी कहा जा रहा है.
उत्तर भारत में लुढ़क रहा पारा, कड़कड़ाती ठंड से यूपी में 94 लोगों की मौत
कड़ाके की ठंड की वजह से मशहूर न्याग्रा जल प्रपात भी जम गया है. यहां तापमान माइनस 23 डिग्री तक गिर चुका है. अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित इस जल प्रपात को देखने दुनिया भर से सैलानी आते हैं लेकिन इन दिनों इसे जमा हुआ देखने के लिए आने वालों की भी कमी नहीं है.
वीडियो : उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड
वहीं भारत के लद्दाख में भी बर्फ़बारी के कारण भी इलाके का संपर्क ज़मीन के रास्ते से बाकी देश से कटा हुआ है. यहां तापमान माइनस 20 से माइनस 30 डिग्री तक गिर गया है. कई जगहों पर तो नदियां जम चुकी हैं. कुछ जगहों पर तो बर्फ़ नदियों के ऊपर इस तरह बह रही है. कई जगहों पर पानी के पाइप फट गए हैं. पाइपों और नलों को आग लगाकर गर्म किया जा रहा है ताकि बर्फ़ पिघले और पानी आए.
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कड़ाके की ठंड की वजह से मशहूर न्याग्रा जल प्रपात भी जम गया है. यहां तापमान माइनस 23 डिग्री तक गिर चुका है. अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित इस जल प्रपात को देखने दुनिया भर से सैलानी आते हैं लेकिन इन दिनों इसे जमा हुआ देखने के लिए आने वालों की भी कमी नहीं है.
मौसम विभाग के मुताबिक कुछ-कुछ साल के अंतर पर सर्दी इतनी भयानक पड़ती है. कुछ ऐसी ही ठंड फरवरी 2015 में भी पड़ी थी. इन हालात में सर्दियों से बचने के लिए लोगों को ख़ास ऐहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है. बर्फ़बारी की वजह से हज़ारों घरों में बिजली पानी की दिक्कत पैदा हो गई है. हज़ारों विमान सेवाओं को रद्द करना पड़ा है. जानकार अब ये चर्चा कर रहे हैं कि इस तरह भीषण सर्द मौसम के पीछे क्या जलवायु परिवर्तन की भूमिका है. और अगर है तो कितनी.
वीडियो : उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड
वहीं भारत के लद्दाख में भी बर्फ़बारी के कारण भी इलाके का संपर्क ज़मीन के रास्ते से बाकी देश से कटा हुआ है. यहां तापमान माइनस 20 से माइनस 30 डिग्री तक गिर गया है. कई जगहों पर तो नदियां जम चुकी हैं. कुछ जगहों पर तो बर्फ़ नदियों के ऊपर इस तरह बह रही है. कई जगहों पर पानी के पाइप फट गए हैं. पाइपों और नलों को आग लगाकर गर्म किया जा रहा है ताकि बर्फ़ पिघले और पानी आए.
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