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This Article is From Jun 20, 2020

चीनी सोशल मीडिया साइटों ने पीएम मोदी और भारतीय विदेश मंत्रालय के सीमा विवाद पर बयान हटाए

भारतीय दूतावास के आधिकारिक अकाउंट से टिप्पणी हटाई, उसके स्थान पर संदेश था जिसमें वीचैट ने लिखा ‘नियमों का उल्लंघन करने की वजह से यह सामग्री नहीं देखी जा सकती’

चीनी सोशल मीडिया साइटों ने पीएम मोदी और भारतीय विदेश मंत्रालय के सीमा विवाद पर बयान हटाए
पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो).
बीजिंग:

चीन स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि 18 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्रियों की बैठक में दिए गए भाषण और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की टिप्पणी को वेइबो सहित दो चीनी सोशल मीडिया साइटों ने हटा दिया है. चीनी सोशल मीडिया साइटों ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में गत सोमवार को चीन और भारतीय सैनिकों में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए हैं और दोनों देशों के बीच और तनाव बढ़ गया है.

भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव की टिप्पणी को 18 जून को ‘साइना वेइबो' पर बने दूतावास के अकाउंट से हटा दिया गया. उन्होंने बताया कि इसके बाद भारतीय अधिकारियों ने 19 जून को श्रीवास्तव की टिप्पणी के स्क्रीन शॉट को दोबारा प्रकाशित किया.

साइना वेइबो ट्विटर की तरह है और चीन में लाखों लोग और बीजिंग स्थित विभिन्न देशों के दूतावास इसका इस्तेमाल करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दुनिया के कई नेताओं ने चीनी जनता से संवाद करने के लिए इस सोशल मीडिया साइट पर अपना अकाउंट बनाया है.

भारतीय दूतावास के प्रवक्ता की टिप्पणी को इसी तरह से वीचैट पर बने दूतावास के आधिकारिक अकाउंट से भी हटा दिया गया. इसके स्थान पर संदेश था जिसमें वीचैट ने लिखा ‘नियमों का उल्लंघन करने की वजह से यह सामग्री नहीं देखी जा सकती.'

श्रीवास्तव ने अपने बयान में कहा था कि चीन को अपनी गतिविधि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के अपने अधिकार क्षेत्र में सीमित रखनी चाहिए और यथा स्थिति बदलने के लिए कोई एकतरफा कार्रवाई नहीं करनी चाहिए.

प्रधानमंत्री मोदी की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर 18 जून को की टिप्पणी भी वीचैट पर उपलब्ध नहीं है. उस पृष्ठ पर लिखा गया है कि 'यह सामग्री लेखक ने हटा ली है' जबकि दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इसे नहीं हटाया है.

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत जाया नहीं जाएगी. उन्होंने कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन उकसाने पर मुहंतोड़ जवाब देने में भी सक्षम है.

भारतीय दूतावास के वेइबो और वीचैट पेज का हजारों लोग अनुकरण करते हैं. भारतीय दूतावास ने वेइबो पेज पहले शुरू किया था जबकि वीचैट ग्रुप की दूतावास ने इस साल जनवरी में बनाया था. मोदी ने 2015 के चीन दौरे के दौरान वेइबो पर अकाउंट बनाया था और इसके जरिए चीनी जनता से संवाद जारी रखे हुए हैं. हालांकि इस अकाउंट पर हालिया सैन्य झड़प संबंधी कोई पोस्ट नहीं डाली गई है.

उल्लेखनीय है कि सोमवार रात को गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में कर्नल सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. चीन ने स्वीकार किया इस झड़प में उसके जवान भी हताहत हुए हैं, लेकिन उसने हताहत सैनिकों की संख्या नहीं बताई है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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