बाली में जारी जी20 की बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शी चिनफिंग से कहा है कि चीन की ताइवान पर आक्रामक कार्रवाई ने शांति को खतरे में डाल दिया है. बाइडन ने चीन के राष्ट्रपति से कहा कि दोनों देश साथ मिलकर जलवायु परिवर्तन, आर्थिक स्थिरता, स्वास्थ्य और फूड सिक्योरिटी पर काम करें. - बाइडेन ने शिनजियांग तिब्बत हांगकांग में मानवाधिकार के मुद्दे को भी उठाया. साथ ही उन्होंने कहा कि चीन ताइवान पर यथास्थिति बनाए रखे. एक तरफ़ा बदलाव करने की कोशिश ना करे.
बाइडेन ने चीन में बंदी अमेरिकी नागरिकों का मुद्दा भी उठाया साथ ही. रूस के परमाणु धमकी के मुद्दे पर भी उन्होंने चर्चा की. विदेश मंत्री ब्लिंकेन चीन की यात्रा कर इस बातचीत को आगे बढ़ाएंगे. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम ज़ोर शोर से प्रतियोगिता करेंगे लेकिन वो विवाद में ना बदले इस बात का जरूर ध्यान रखेंगे.
शी चिनफिंग ने यूक्रेन संकट को लेकर कहा कि निम्नलिखित पर गंभीरता से विचार करना महत्वपूर्ण है: पहला, संघर्ष और युद्ध कोई विजेता नहीं पैदा करते. दूसरा, किसी जटिल मुद्दे का कोई सरल समाधान नहीं है.और तीसरा, प्रमुख देशों के बीच टकराव से बचना चाहिए. चीन हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है और शांति वार्ता को प्रोत्साहित करता रहेगा. उन्होंने कहा कि हम रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की बहाली का समर्थन करते हैं. साथ ही, हमें आशा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका, नाटो और यूरोपीय संघ रूस के साथ व्यापक वार्ता करेंगे.
ये भी पढ़ें-
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं