बीजिंग:
चीन ने हावर्ड विश्वविद्यालय के विद्वान सांगेय के तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में चुनाव की आलोचना की है और कहा कि यह दलाई लामा की एक और राजनीतिक नौटंकी है जिसे विश्व का कोई भी देश मान्यता नहीं देता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेइ ने कहा, तिब्बत की कथित निर्वासित सरकार दलाई लामा द्वारा विदेशों में बनाया गया एक अवैध राजनीतिक संगठन है जिसका उद्देश्य तिब्बती लोगों को अलगाववादी गतिविधियों में शामिल करना है। लेई ने सांगेय के प्रधानमंत्री चुने जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, विश्व में कोई भी देश इसे मान्यता नहीं देता हैं। चीन की सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी ने कहा है कि चूंकि निर्वासित सरकार वैधानिक नहीं है और विश्व का कोई भी देश इसे मान्यता नहीं देता है इसलिए सांगेय की नियुक्ति दलाई लामा की एक और राजनीतिक नौटंकी है।