
चीन ने अमेरिका की आक्रामकता के सामने पीछे हटने से इनकार कर दिया है. चीन ने कहा है कि भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी आयात पर 125 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ा दिया है, लेकिन वो इस दबाव के सामने झुकेगा नहीं. बीजिंग ने गुरुवार, 10 अप्रैल को चेतावनी दी कि अमेरिकी टैरिफ "पूरी दुनिया के खिलाफ" हैं. उसने चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध के बीच वाशिंगटन से कहा है कि वो अपनी जिद छोड़े और समझौते के “आधे रास्ते” तक तक आए. यानी थोड़ा आप झुकिए-थोड़ा हम झुकते हैं वाली नीति अपनाने को कहा है.
ट्रंप के नए टैरिफ पर, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, अमेरिकी टैरिफ "नियम-आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाते हैं, और वैश्विक आर्थिक व्यवस्था की स्थिरता को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं.. यह एक जबरदस्ती उठाया कदम है जो दुनिया की इच्छा के खिलाफ जाता है और पूरी दुनिया के खिलाफ जाता है."
इस बीच, चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता हे योंगकियान ने बढ़ते व्यापार युद्ध को रोकने के लिए अमेरिका से "आधे रास्ते" में मिलने का आग्रह किया. लेकिन साथ ही उन्होंने समझौता नहीं होने पर "अंत तक लड़ने" की कसम खाई.
योंगकियान ने कहा, "बातचीत का दरवाजा खुला है, लेकिन यह आपसी सम्मान पर आधारित होना चाहिए और समान तरीके से संचालित होना चाहिए."
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच जवाबी टैरिफ का एक के बाद एक दौर चल रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि ट्रंप के 125 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ाने के बाद चीन जवाब में अमेरिकी आयात पर लगाए अपने 84 प्रतिशत टैरिफ को भी बढ़ा सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि चीन के साथ व्यापार पर समझौता भी संभव है. ट्रंप ने कहा, "चीन एक समझौता करना चाहता है लेकिन वे नहीं जानते कि इसे करना कैसे है." वहीं ट्रंप के अधिकारियों ने कहा है कि वे अन्य देशों के साथ बातचीत को प्राथमिकता देंगे क्योंकि वियतनाम, जापान, साउथ कोरिया और अन्य देश सौदेबाजी की कोशिश करने के लिए तैयार हैं.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं