चीन की सेना ने एक संयुक्त अभियान कमान बनाने की योजना बनाई है, ताकि दुनिया की सबसे बड़ी सेना किसी संकट से प्रभावी तरीके से निपट सके। यह जानकारी शुक्रवार को एक सरकारी मीडिया संस्थान की खबर में सामने आई।
चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सूचना के युग में एक संयुक्त अभियान कमान स्थापित करना बुनियादी जरूरत है और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने इस संबंध में पायलट कार्यक्रम शुरू किए हैं।
चाइना डेली की खबर के अनुसार निश्चित समय पर संयुक्त अभियान कमान प्रणाली स्थापित होगी।
अखबार ने पर्यवेक्षकों के हवाले से कहा कि प्रस्तावित संयुक्त अभियान कमान किसी संकट की स्थिति में प्रभावी तरीके से जवाब देने के लिए और अधिक समन्वित तथा लड़ाकू क्षमता वाली होगी।
क्षेत्र में बीजिंग के दावों को लेकर बढ़ते तनाव के बीच इस तरह की खबर आई है।
नवंबर महीने में चीन ने पूर्वी चीन सागर के बड़े हिस्से पर अपनी वायु सेना का अधिकार बताया था। चीन इसके अलावा पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है जिसके बाद फिलीपींस जैसे देशों के साथ उसका तनाव बढ़ गया है।
पीएलए दुनिया की सबसे बड़ी सेना है जिसमें करीब 22,85,000 कर्मचारी हैं।
चाइना डेली की खबर ऐसे समय में भी आई है जब कुछ ही समय पहले जापानी मीडिया ने कहा था कि चीन अपने सात सैन्य क्षेत्रों को पांच में पुनर्गठित करने पर विचार कर रहा है।
योमिउरी शिंबुन अखबार की खबर के अनुसार प्रत्येक नया सैन्य क्षेत्र एक संयुक्त अभियान कमान बनाएगा जो सेना, नौसेना और वायुसेना के साथ ही सामरिक मिसाइल इकाई को भी नियंत्रित करेगा।
इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पीएलए का आधुनिकीकरण किसी देश पर निशाना साधने के लिए नहीं किया जा रहा।
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