प्रतीकात्मक तस्वीर
बीजिंग:
भारत में भले ही ट्रेनें लेट-लतीफ रहती हों और कभी यात्रियों को समय पर गंतव्य पर नहीं पहुंचाती हो, मगर अब वह दिन दूर नहीं जब चीन में 600 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेनें चलेंगी. चीन ने 600 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़नी वाली चुंबकीय लेविटेशन ट्रेन बनाने की तकनीकी योजना को मंजूरी दे दी है. परियोजना शुरू करने वाली सरकारी कंपनी सीआरआरसी क़िंगदाओ सिफांग कंपनी लिमिटेड ने इसकी जानकारी दी. आधिकारिक मीडिया ने आज कहा कि 19 शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने तकनीकी योजना की समीक्षा की.
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पूछताछ और चर्चा के बाद समीक्षा करने वाली टीम ने योजना की पुष्टि की और 25 जनवरी को इसे सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी. यह परियोजना 2016 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा स्थापित 18 राष्ट्रीय महत्वपूर्ण अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में से एक है. नई और अत्याधुनिक पारगमन प्रौद्योगिकी के रूप में उच्च गति चुंबकीय लेविटेशन रेल ने बड़े पैमाने पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है.
उल्लेखनीय है कि जापान ने परीक्षण के दौरान 603 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चुंबकीय लेविटेशन रेल चलाई थी. जर्मनी में बनी रेल 505 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है. चीन के शंघाई में चलने वाली चुंबकीय लेव रेल की परिचालन गति 430 किमी प्रति घंटे है, जिसमें जर्मन तकनीकी का इस्तेमाल किया गया है. चीन पहले ही उच्च गति वाली ट्रेनों के लिए 25,000 किलोमीटर रेल नेटवर्क का निर्माण कर चुका है, जिस पर करीब 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर यात्रा की जा सकती है.
VIDEO: डोकलाम में चीनी जमावड़ा बढ़ा (इनपुट भाषा से)
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पूछताछ और चर्चा के बाद समीक्षा करने वाली टीम ने योजना की पुष्टि की और 25 जनवरी को इसे सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी. यह परियोजना 2016 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा स्थापित 18 राष्ट्रीय महत्वपूर्ण अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में से एक है. नई और अत्याधुनिक पारगमन प्रौद्योगिकी के रूप में उच्च गति चुंबकीय लेविटेशन रेल ने बड़े पैमाने पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है.
उल्लेखनीय है कि जापान ने परीक्षण के दौरान 603 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चुंबकीय लेविटेशन रेल चलाई थी. जर्मनी में बनी रेल 505 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है. चीन के शंघाई में चलने वाली चुंबकीय लेव रेल की परिचालन गति 430 किमी प्रति घंटे है, जिसमें जर्मन तकनीकी का इस्तेमाल किया गया है. चीन पहले ही उच्च गति वाली ट्रेनों के लिए 25,000 किलोमीटर रेल नेटवर्क का निर्माण कर चुका है, जिस पर करीब 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर यात्रा की जा सकती है.
VIDEO: डोकलाम में चीनी जमावड़ा बढ़ा (इनपुट भाषा से)
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