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भंडाफोड़ करने वाले अमेरिकी एडवर्ड स्नोडेन के हांगकांग में शरण लेने के प्रयास पर चीन ने गुरुवार को चुप्पी साधे रखी लेकिन नैतिक आधार पर उसके इस आरोप पर अमेरिका पर ‘‘दोहरे मापदंड’’ अपनाने का आरोप लगाया कि अमेरिका गत कई वर्षों से चीन पर हैकिंग हमले कर रहा है।
चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ युनयिंग ने स्नोडेन से निपटने के चीन के तरीके का खुलासा किए बिना संवाददाताओं से कहा, ‘‘दुर्भाग्य से मेरे पास आपको उपलब्ध कराने के लिए कोई सूचना नहीं है।’’ व्यापक पैमाने पर अमेरिकी फोन और इंटरनेट जासूसी का खुलासा करने वाले अमेरिकी सरकार के पूर्व सबकान्ट्रैक्टर स्नोडेन ने अमेरिकी द्वारा चीन पर लगाए जाने वाले हैकिंग के आरोपों का मुकाबला करने का एक हथियार मुहैया करा दिया है।
हुआ ने कहा, ‘‘स्नोडेन के मामले में हमने संबंधित खबरों को देखा है लेकिन दुर्भाग्य से हमारे पास उपलब्ध कराने को कोई सूचना नहीं है।’’ उन्होंने स्नोडेन के संभावित प्रत्यर्पण पर सभी तरह के प्रश्नों को टालते हुए अमेरिका पर यह कहते हुए निशाना साधा कि कैसे चीन अमेरिका से लंबे समय से हैकरों के हमलों की शिकायत करता रहा है।
सीआईए के पूर्व विश्लेषक 29 वर्षीय स्नोडेन ने हांगकांग शहर स्थित एक ‘‘गुप्त स्थान’’ से हांगकांग के एक समाचार पत्र ‘साउथ मार्निंग पोस्ट’ के साथ साक्षात्कार में दावा किया कि अमेरिकी सरकार गत कई वर्षों से हांगकांग और चीन में कम्प्यूटरों में हैकिंग करती रही है। स्नोडेन ने कहा कि अपुष्ट दस्तावेजों के अनुसार अमेरिका के नेशनल सिक्युरिटी एजेंसी हांगकांग और चीन के कम्प्युटरों में वर्ष 2009 से ही हैकिंग करती रही है।
स्नोडेन ने चीन सेना के साइबर हमले करने संबंधी खबरों का उल्लेख करते हुए कहा कि किसी भी दस्तावेज से चीन के सैन्य प्रणाली के बारे में सूचना का खुलासा नहीं होता। स्नोडेन के अनुसार हांगकांग में निशानों में चाइनीज यूनीवर्सिटी और सरकारी अधिकारी, व्यापार और शहर के छात्र थे।
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