प्रतीकात्मक तस्वीर
रोम:
अमेरिकी रेस्त्रां कंपनी मैकडोनाल्ड के वेटिकन में अपना नया रेस्त्रां खोलने की योजना से वहां लोगों की भूख जगी हो या नहीं पर गुस्सा जरूर फूटा है. इस गुस्से का प्रतिनिधि करने वाले प्रमुख लोगों में वहां के कार्डिनल हैं.
मैकडोनाल्ड्स ने रोम के सेंट पीटर्स स्क्वायर के पास ही एक जगह अपना रेस्त्रां खोलने की योजना बनायी है. इससे खास कर वेटिकन के कार्डिनल्स नाराज हैं. कारण यह है कि इसके लिए प्रस्तावित स्थल के ठीक ऊपर ही इन लाल टोपीधारण करने वाले कार्डिनल्स के रहने का स्थान है. इन कार्डिनल को 'प्रिंसेज ऑफ दी चर्च' यानी चर्च के राजकुमार कहा जाता है.
कार्डिनल एलिओ सग्रेसिया ने मशहूर मैक बर्गर की दुकानें चलाने वाली अमेरिकी कंपनी की योजना पर नाराजगी जाहिर करते हुए अखबार 'ला रिपब्लिका' से बातचीत में कहा, 'कुछ भी हो यह एक विवादास्पद और ओछा निर्णय है.' उन्होंने कहा कि वैटिकन के मुख्य सभाकक्ष के दाहिने तरफ ऐसे स्थान पर मैकडोनाल्ड का रेस्त्रां खोलना किसी भी तरह से ऐसी जगह के प्रति सम्मान जानक नहीं कहा जा सकता जो अपनी स्थापत्य कला की परम्परा के लिए जाना जाता है और सेंटपीटर्स के प्रसिद्ध स्तंभों की कतार से दिखता है.
कार्डिनल एग्रेसिया उस इमारत में खुद नहीं रहते पर वहां सात अन्य कार्डिनलों का निवास है और 538 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है. एक नाराज कार्डिनल ने तो इसके खिलाफ पोप फ्रांसिस को खत तक लिख मारा है. उसने पोप से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है.
अखबार के अनुसार वैसे वहां रेस्त्रां खुलने से पोप की पीठ वेटिकन को महीने में 30,000 यूरो का किराया मिलेगा. पर इसके कारण वहां शोर बढ़ जाएगा और बर्गर की महक फैलेगी.
वेटिकन के पास के बोर्गो क्षेत्र का संरक्षण करने वाली समिति के प्रमुख मोरेनो प्रासपेरी ने कहा कि वहां पहले से पर्यटकों के कारण भारी भीड़ रहती है, मैकडोनाल्ड रेस्त्रां खुलने से उस इलाके को एक और नुकसान होगा. समिति के एक सदस्य ने इशारा किया कि इसके कारण वहां आतंकी हमले का खतरा और बढ़ सकता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मैकडोनाल्ड्स ने रोम के सेंट पीटर्स स्क्वायर के पास ही एक जगह अपना रेस्त्रां खोलने की योजना बनायी है. इससे खास कर वेटिकन के कार्डिनल्स नाराज हैं. कारण यह है कि इसके लिए प्रस्तावित स्थल के ठीक ऊपर ही इन लाल टोपीधारण करने वाले कार्डिनल्स के रहने का स्थान है. इन कार्डिनल को 'प्रिंसेज ऑफ दी चर्च' यानी चर्च के राजकुमार कहा जाता है.
कार्डिनल एलिओ सग्रेसिया ने मशहूर मैक बर्गर की दुकानें चलाने वाली अमेरिकी कंपनी की योजना पर नाराजगी जाहिर करते हुए अखबार 'ला रिपब्लिका' से बातचीत में कहा, 'कुछ भी हो यह एक विवादास्पद और ओछा निर्णय है.' उन्होंने कहा कि वैटिकन के मुख्य सभाकक्ष के दाहिने तरफ ऐसे स्थान पर मैकडोनाल्ड का रेस्त्रां खोलना किसी भी तरह से ऐसी जगह के प्रति सम्मान जानक नहीं कहा जा सकता जो अपनी स्थापत्य कला की परम्परा के लिए जाना जाता है और सेंटपीटर्स के प्रसिद्ध स्तंभों की कतार से दिखता है.
कार्डिनल एग्रेसिया उस इमारत में खुद नहीं रहते पर वहां सात अन्य कार्डिनलों का निवास है और 538 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है. एक नाराज कार्डिनल ने तो इसके खिलाफ पोप फ्रांसिस को खत तक लिख मारा है. उसने पोप से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है.
अखबार के अनुसार वैसे वहां रेस्त्रां खुलने से पोप की पीठ वेटिकन को महीने में 30,000 यूरो का किराया मिलेगा. पर इसके कारण वहां शोर बढ़ जाएगा और बर्गर की महक फैलेगी.
वेटिकन के पास के बोर्गो क्षेत्र का संरक्षण करने वाली समिति के प्रमुख मोरेनो प्रासपेरी ने कहा कि वहां पहले से पर्यटकों के कारण भारी भीड़ रहती है, मैकडोनाल्ड रेस्त्रां खुलने से उस इलाके को एक और नुकसान होगा. समिति के एक सदस्य ने इशारा किया कि इसके कारण वहां आतंकी हमले का खतरा और बढ़ सकता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)