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This Article is From Aug 21, 2013

विकीलीक्स को अमेरिकी डाटा लीक मामले में मैनिंग को 35 वर्ष जेल की सजा

विकीलीक्स को अमेरिकी डाटा लीक मामले में मैनिंग को 35 वर्ष जेल की सजा
फोटो : अमेरिकी सैनिक ब्रैडली मैनिंग (चित्र : एसोसिएट प्रेस के सौजन्य से)
वाशिंगटन: भंड़ाफोड़ करने वाली वेबसाइट विकीलीक्स को सैकड़ों-हजारों गोपनीय अमेरिकी दस्तावेज लीक करने वाले अमेरिकी सैनिक ब्रैडली मैनिंग को अमेरिका की सैन्य अदालत ने बुधवार को 35 वर्ष कारावास की सजा सुनाई।

पच्चीस वर्षीय मैनिंग को पिछले महीने विभिन्न मामलों में दोषी करार दिया गया था। इराक की एक छावनी में खुफिया विश्लेषक के तौर पर नियुक्त मैनिंग पर दस्तावेजों की प्रतिलिपि बनाने और उन्हें दूसरों को बांटकर जासूसी अधिनियम का उल्लंघन करने सहित कई मामलों में दोष सिद्ध हुआ है।

मैनिंग को अधिकतम 90 वर्ष तक की सजा हो सकती थी। हालांकि उसपर लगे सबसे गंभीर आरोप ‘दुश्मन की मदद करने’ से उसे बरी कर दिया गया।

लीक किए गए दस्तावेज विकीलीक्स नामक वेबसाइट पर प्रकाशित हुए थे। इन दस्तावेजों के कारण अमेरिकी सरकार की बेहद खुफिया जानकारी सार्वजनिक हो गई थी और ओबामा प्रशासन को बहुत शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी।

मैनिंग ने इराक में अमेरिकी हेलीकॉप्टर हमले की वीडियो भी लीक किया था जिसमें कम से कम नौ लोग मारे गए थे।

अमेरिकी सैन्य न्यायाधीश आर्मी कर्नल डेनिस लिंड ने कहा कि मैनिंग को असम्मानजनक तरीके से सेवा से मुक्त किया जाता है। अमेरिकी सरकार ने मैनिंग के लिए 60 वर्ष कारावास की सजा मांगी थी।

सुनवाई के दौरान मैनिंग ने अदालत को संबोधित करते हुए अपने कृत्य के लिए माफी मांगी थी और कहा था कि ‘मुझे माफ कर दीजिए मैंने’ संयुक्त राज्य अमेरिका को तकलीफ पहुंचाई।

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