प्रतीकात्मक फोटो
ढाका:
बांग्लादेश के पूर्वोत्तर स्थित सिलहट में पांच मंजिला इमारत से इस्लामी आतंकवादियों को निकालने में 30 घंटे के अभियान के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर सेना के कमांडो ने शनिवार को इमारत के अंदर प्रवेश किया, जिसके बाद आतंकियों ने विस्फोट किए और इनमें कम से कम चार लोग मारे गए और 31 अन्य घायल हो गए. डॉक्टरों और सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि मरने वाले चार लोगों में एक पुलिसकर्मी तथा एक कॉलेज छात्र भी शामिल है. उस्मानी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के उपनिदेशक देबब्रत रॉय ने बताया कि विस्फोटों में घायल लोगों में से चार सुरक्षा अधिकारियों की हालत गंभीर है .
पहला विस्फोट पांच मंजिला इमारत से करीब 400 मीटर दूर एक सड़क पर स्थानीय समयानुसार शाम करीब सात बजे हुआ. इससे पहले एक मेजर जनरल की अगुवाई में सेना के पैरा-कमांडो ने स्पेशल वीपन्स एंड टैक्टिक्स (स्वाट) इकाई, आतंकवाद निरोधक इकाई और अपराध रोधी रैपिड एक्शन बटालियन की मदद से ‘ऑपरेशन ट्विलाइट’ छेड़ा. आतंकी ठिकाने के बाहर दूसरा विस्फोट एक घंटे बाद हुआ जिसमें एक पुलिसकर्मी मारा गया.
घायलों का इलाज उस्मानी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित आसपास के अस्पतालों में चल रहा है. सेना और दमकल की एंबुलेंसों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया. हमले से कुछ ही देर पहले सेना के एक प्रवक्ता ने संकेत दिया था कि सैन्य कमांडो आतंकवादियों पर आखिरी चोट करने वाले हैं. आतंकी इमारत में छिपे हैं. बताया जाता है कि आतंकी इमारत में फैल गए हैं और आईईडी लगा दिए हैं. पहले की खबरों में कहा गया था कि आतंकवादी केवल भूतल तक ही सीमित हैं. ब्रिगेडियर जनरल फखरल अहसन ने कहा कि आतंकवादियों की संख्या की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पहला विस्फोट पांच मंजिला इमारत से करीब 400 मीटर दूर एक सड़क पर स्थानीय समयानुसार शाम करीब सात बजे हुआ. इससे पहले एक मेजर जनरल की अगुवाई में सेना के पैरा-कमांडो ने स्पेशल वीपन्स एंड टैक्टिक्स (स्वाट) इकाई, आतंकवाद निरोधक इकाई और अपराध रोधी रैपिड एक्शन बटालियन की मदद से ‘ऑपरेशन ट्विलाइट’ छेड़ा. आतंकी ठिकाने के बाहर दूसरा विस्फोट एक घंटे बाद हुआ जिसमें एक पुलिसकर्मी मारा गया.
घायलों का इलाज उस्मानी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित आसपास के अस्पतालों में चल रहा है. सेना और दमकल की एंबुलेंसों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया. हमले से कुछ ही देर पहले सेना के एक प्रवक्ता ने संकेत दिया था कि सैन्य कमांडो आतंकवादियों पर आखिरी चोट करने वाले हैं. आतंकी इमारत में छिपे हैं. बताया जाता है कि आतंकी इमारत में फैल गए हैं और आईईडी लगा दिए हैं. पहले की खबरों में कहा गया था कि आतंकवादी केवल भूतल तक ही सीमित हैं. ब्रिगेडियर जनरल फखरल अहसन ने कहा कि आतंकवादियों की संख्या की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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