मेलबर्न:
अपनी भारतीय प्रेमिका और उसके भाई- बहन की हत्या करने के मामले में एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को आज आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। दोषी को पेरोल के बगैर कम से कम 35 साल जेल में गुजारने पड़ेंगे। इस मामले में दी गई सजा क्वींसलैंड इतिहास की अब तक की सबसे लंबी सजा है।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जॉन बायर्ने ने आज 42 वर्षीय मासिमो ‘मैक्स’ सिका को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। न्यायाधीश ने इसे ‘हत्या की सबसे खराब श्रेणी का जघन्य और घिनौना अपराध’ करार दिया।
इससे पहले मंगलवार को आठ पुरुषों और चार महिलाओं की ज्यूरी ने सिका को वर्ष 2003 में अपनी 24 वर्षीय पूर्व प्रेमिका नीलमा सिंह और उसके भाई कुणाल (18) और बहन सिधी (12) की हत्याओं का दोषी ठहराया। ये तीनों ब्रिसबेन के उत्तर में ब्रिजमैन डाउंस में अपने माता पिता के घर के स्पा में मृत मिले थे। सजा सुनते समय सिका ने कोई भावना व्यक्त नहीं की।
जस्टिस बायर्ने ने कहा कि यह हत्या की सबसे खराब श्रेणी में जघन्य और डरावना अपराध है। उन्होंने कहा कि यह अपराध सिंह परिवार को जिंदगीभर दुख देगा।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जॉन बायर्ने ने आज 42 वर्षीय मासिमो ‘मैक्स’ सिका को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। न्यायाधीश ने इसे ‘हत्या की सबसे खराब श्रेणी का जघन्य और घिनौना अपराध’ करार दिया।
इससे पहले मंगलवार को आठ पुरुषों और चार महिलाओं की ज्यूरी ने सिका को वर्ष 2003 में अपनी 24 वर्षीय पूर्व प्रेमिका नीलमा सिंह और उसके भाई कुणाल (18) और बहन सिधी (12) की हत्याओं का दोषी ठहराया। ये तीनों ब्रिसबेन के उत्तर में ब्रिजमैन डाउंस में अपने माता पिता के घर के स्पा में मृत मिले थे। सजा सुनते समय सिका ने कोई भावना व्यक्त नहीं की।
जस्टिस बायर्ने ने कहा कि यह हत्या की सबसे खराब श्रेणी में जघन्य और डरावना अपराध है। उन्होंने कहा कि यह अपराध सिंह परिवार को जिंदगीभर दुख देगा।
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Australian Killed Three Indian Siblings, Australian Man Convicted, ऑस्ट्रेलिया में तीन भारतीयों की हत्या, ऑस्ट्रेलियाई नागरिक ने की तीन भारतीयों की हत्या, ऑस्ट्रेलियाई नागरिक सजा