एंजेलिना ने 'न्यूयॉर्क टाइम्स' में प्रकाशित अपने लेख में डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की.
न्यूयॉर्क:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विवादित इमीग्रेशन पॉलिसी का विरोध बढ़ता जा रहा है. तमाम चर्चित हस्तियों के साथ इसकी आलोचना करने वाली प्रमुख शख्सियतों में हॉलीवुड अभिनेत्री एंजेलिना जोली भी शामिल हो गई हैं. एंजेलिना ने ट्रंप की इमीग्रेशन पॉलिसी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 'सबसे कमजोर लोगों को आश्रय देने के अपने देश के इतिहास पर गर्व करती हैं.' एंजेलिना ने 'न्यूयॉर्क टाइम्स' में गुरुवार को प्रकाशित अपने लेख में कहा कि 'अमेरिकियों ने संस्कृति, भूगोल, जातीयता और धर्म से बढ़कर मानव अधिकार को महत्व देने वाली सोच और विचार के लिए अपना खून बहाया है.'
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत एंजेलिना ने लिखा, "अमेरिका में शरणार्थियों के पुनर्वास को रोकने और सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश से रोकने के निर्णय से पूरी दुनिया में हमारे दोस्त हमारे इसी रिकॉर्ड के कारण स्तब्ध रह गए हैं."
ट्रंप ने 27 जनवरी को ईरान, इराक, लीबिया, सूडान, सोमालिया, सीरिया और यमन सहित सात देशों के नागरिकों और शरणार्थियों का अमेरिका में प्रवेश अस्थाई रूप से प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी. इसके बाद उन्हें दुनिया भर में आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है.
41 वर्षीय एंजेलिना ने लिखा, "छह बच्चों की मां होने के तौर पर मैं अपने और पूरे देश के बच्चों के लिए एक सुरक्षित देश चाहती हूं. लेकिन, मैं यह भी चाहती हूं कि शरणार्थी बच्चे जो आश्रय के हकदार हैं, उन्हें दयालु अमेरिका के समक्ष अपना मामला रखने का मौका जरूर मिले."
उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से सच नहीं है कि हमारी सीमाओं पर शरणार्थियों का अत्यधिक दबाव है या अमेरिका बगैर जांच-पड़ताल के शरणार्थियों को स्वीकार कर रहा है. वास्तव में अमेरिका आने वाले सभी यात्रियों में शरणार्थियों को सबसे अधिक गहन परीक्षण से गुजरना पड़ता है."
(IANS न्यूज एजेंसी से इनपुट)
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत एंजेलिना ने लिखा, "अमेरिका में शरणार्थियों के पुनर्वास को रोकने और सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश से रोकने के निर्णय से पूरी दुनिया में हमारे दोस्त हमारे इसी रिकॉर्ड के कारण स्तब्ध रह गए हैं."
ट्रंप ने 27 जनवरी को ईरान, इराक, लीबिया, सूडान, सोमालिया, सीरिया और यमन सहित सात देशों के नागरिकों और शरणार्थियों का अमेरिका में प्रवेश अस्थाई रूप से प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी. इसके बाद उन्हें दुनिया भर में आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है.
41 वर्षीय एंजेलिना ने लिखा, "छह बच्चों की मां होने के तौर पर मैं अपने और पूरे देश के बच्चों के लिए एक सुरक्षित देश चाहती हूं. लेकिन, मैं यह भी चाहती हूं कि शरणार्थी बच्चे जो आश्रय के हकदार हैं, उन्हें दयालु अमेरिका के समक्ष अपना मामला रखने का मौका जरूर मिले."
उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से सच नहीं है कि हमारी सीमाओं पर शरणार्थियों का अत्यधिक दबाव है या अमेरिका बगैर जांच-पड़ताल के शरणार्थियों को स्वीकार कर रहा है. वास्तव में अमेरिका आने वाले सभी यात्रियों में शरणार्थियों को सबसे अधिक गहन परीक्षण से गुजरना पड़ता है."
(IANS न्यूज एजेंसी से इनपुट)
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