फाइल फोटो
वाशिंगटन:
वैज्ञानिकों ने नासा के क्यूरियोसिटी रोवर मिशन के डाटा का इस्तेमाल करके पता लगाया है कि मंगल पर लंबे समय से मौजूद एक झील ने तीन अरब वर्ष से अधिक समय पहले से विभिन्न तरह के जीवाणुओं के एक साथ अस्तित्व में रहने के लिए सतत पर्यावरण परिस्थितियां प्रदान की होंगी.
अनुसंधानकर्ताओं ने पता लगाया कि मंगल के गेल क्रेटर में झील विभिन्न स्तरों में बंट गयी. इसका अर्थ है कि झील के विभिन्न हिस्सों में पानी तीक्ष्ण रासायनिक या भौतिक अंतर दिखाता है. अमेरिका की स्टोनी ब्रूक यूनिवर्सिटी के जोएल हुरोवित्ज ने कहा, ‘‘एक ही झील में अलग अलग और सह-अस्तित्व वाला पर्यावरण था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह का ऑक्सीडेंट स्तरीकरण पृथ्वी पर झीलों का सामान्य लक्षण है और अब मंगल पर हमें यह मिला है.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अनुसंधानकर्ताओं ने पता लगाया कि मंगल के गेल क्रेटर में झील विभिन्न स्तरों में बंट गयी. इसका अर्थ है कि झील के विभिन्न हिस्सों में पानी तीक्ष्ण रासायनिक या भौतिक अंतर दिखाता है. अमेरिका की स्टोनी ब्रूक यूनिवर्सिटी के जोएल हुरोवित्ज ने कहा, ‘‘एक ही झील में अलग अलग और सह-अस्तित्व वाला पर्यावरण था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह का ऑक्सीडेंट स्तरीकरण पृथ्वी पर झीलों का सामान्य लक्षण है और अब मंगल पर हमें यह मिला है.’’
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