खशोगी मामले में डोनाल्ड ट्रंप ने दी चेतावनी
वाशिंगटन:
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा कि उनका देश पत्रकार जमाल खशोगी (Khashoggi case) की हत्या को लेकर अगले सप्ताह की शुरुआत तक कोई बड़ा फैसला ले सकता है. ट्रंप (Donald Trump) का यह बयान सीआईए की उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें खशोगी की हत्या के लिए सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान को जिम्मेदार ठहराया गया है. दो अक्टूबर को हुई इस हत्या को लेकर सऊदी अरब बार-बार अपना रुख बदलता रहा है. पहले उसने विद्रोही पत्रकार के बारे में जानकारी होने से इनकार कर दिया और फिर बाद में यह माना कि एक बहस के उग्र रूप लेने के चलते आवेश में खशोगी (Khashoggi case) की हत्या हुई. इस सप्ताह सऊदी अरब के एक अभियोजक ने इस नृशंस हत्याकांड में वली अहद की संलिप्तता से इनकार किया था.
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कैलिफोर्निया स्थित मालिबु के जंगल में लगी भीषण आग से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि हमें अगले सोमवार या मंगलवार तक इस मामले में पूरी रिपोर्ट मिल जाएगी. इसके बाद ही हम कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. वहीं विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा कि ये खबरें गलत हैं कि अमेरिका पहले ही इस मामले में अंतिम निष्कर्ष पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि खशोगी की हत्या के संबंध में अब भी कई सवाल हैं जिनका जवाब नहीं मिला है. नोर्ट ने कहा कि विदेश विभाग इस हत्या में शामिल लोगों को सजा देने के लिए अन्य देशों के साथ समन्वय जारी रखेगा.
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अमेरिका ने लोगों के खिलाफ वीजा और प्रतिबंध समेत पहले ही निर्णायक कदम उठाए हैं. ये टिप्पणियां उन खबरों के विपरीत प्रतीत होती हैं जिनमें कहा गया है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि सऊदी अरब के वली अहद ने अपने आलोचक रहे खशोगी की हत्या का आदेश दिया था. ट्रंप से जब रियाद के खिलाफ संभावित कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे नौकरियों और आर्थिक विकास के लिहाज से वास्तव में शानदार सहयोगी रहे हैं. आप जानते हैं कि मैं राष्ट्रपति हूं, मुझे कई चीजों पर विचार करना है. इस बीच, यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की प्रमुख फेडेरिका मोघेरिनी ने खशोगी मामले की विस्तृत, विश्वसनीय और पारदर्शी जांच की अपील की.
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गौरतलब है कि तुर्की के एक शीर्ष अभियोजक ने बताया था कि इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी के प्रवेश करने के साथ ही गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी गई और उनके शव को ठिकाने लगाने से पहले शरीर के टुकड़े-टुकड़े किए गए थे. उन्होंने कहा कि यह सब सुनियोजित तरीके से किया गया. इस्तांबुल के प्रमुख अभियोजक इरफान फिदान के कार्यालय की ओर से जारी बयान में यह भी कहा गया कि सच का खुलासा करने के तुर्की के “भरसक प्रयासों” के बावजूद सऊदी अरब के प्रमुख अभियोजक अल-मोजेब के साथ चर्चा में कोई “ठोस परिणाम''नहीं निकले.
यह भी पढ़ें: पत्रकार खशोगी की हत्या में शामिल अधिकारियों का वीजा खत्म करेगा अमेरिका
यह बयान किसी तुर्की अधिकारी द्वारा की गई पहली सार्वजनिक पुष्टि है कि खशोगी को गला घोंटकर मारा गया था और उनके शरीर के टुकड़े कर दिए गए थे. यह घोषणा सऊदी अरब के मुख्य अभियोजक सऊद अल-मोजेब का इस्तांबुल का तीन दिवसीय दौरा खत्म होने के बाद की गई. अपने इस दौरे के दौरान मोजेब ने फिदान और अन्य तुर्की अधिकारियों के साथ बातचीत की.
VIDEO: क्या ट्रंप यूरोप को आर्थिक मंदी की तरफ धकेल रहे हैं.
तुर्की खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब में हिरासत में लिए गए 18 संदिग्धों के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है. साथ ही वह सऊदी अरब पर खशोगी के अवशेषों के बारे में सूचना मुहैया कराने का भी दबाव बना रहा है जिसके बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है. इसके अलावा वह पत्रकार की हत्या का आदेश देने वाले के बारे में भी जानकारी मांग रहा था. (इनपुट भाषा से)
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कैलिफोर्निया स्थित मालिबु के जंगल में लगी भीषण आग से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि हमें अगले सोमवार या मंगलवार तक इस मामले में पूरी रिपोर्ट मिल जाएगी. इसके बाद ही हम कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. वहीं विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा कि ये खबरें गलत हैं कि अमेरिका पहले ही इस मामले में अंतिम निष्कर्ष पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि खशोगी की हत्या के संबंध में अब भी कई सवाल हैं जिनका जवाब नहीं मिला है. नोर्ट ने कहा कि विदेश विभाग इस हत्या में शामिल लोगों को सजा देने के लिए अन्य देशों के साथ समन्वय जारी रखेगा.
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अमेरिका ने लोगों के खिलाफ वीजा और प्रतिबंध समेत पहले ही निर्णायक कदम उठाए हैं. ये टिप्पणियां उन खबरों के विपरीत प्रतीत होती हैं जिनमें कहा गया है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि सऊदी अरब के वली अहद ने अपने आलोचक रहे खशोगी की हत्या का आदेश दिया था. ट्रंप से जब रियाद के खिलाफ संभावित कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे नौकरियों और आर्थिक विकास के लिहाज से वास्तव में शानदार सहयोगी रहे हैं. आप जानते हैं कि मैं राष्ट्रपति हूं, मुझे कई चीजों पर विचार करना है. इस बीच, यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की प्रमुख फेडेरिका मोघेरिनी ने खशोगी मामले की विस्तृत, विश्वसनीय और पारदर्शी जांच की अपील की.
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गौरतलब है कि तुर्की के एक शीर्ष अभियोजक ने बताया था कि इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी के प्रवेश करने के साथ ही गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी गई और उनके शव को ठिकाने लगाने से पहले शरीर के टुकड़े-टुकड़े किए गए थे. उन्होंने कहा कि यह सब सुनियोजित तरीके से किया गया. इस्तांबुल के प्रमुख अभियोजक इरफान फिदान के कार्यालय की ओर से जारी बयान में यह भी कहा गया कि सच का खुलासा करने के तुर्की के “भरसक प्रयासों” के बावजूद सऊदी अरब के प्रमुख अभियोजक अल-मोजेब के साथ चर्चा में कोई “ठोस परिणाम''नहीं निकले.
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तुर्की खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब में हिरासत में लिए गए 18 संदिग्धों के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है. साथ ही वह सऊदी अरब पर खशोगी के अवशेषों के बारे में सूचना मुहैया कराने का भी दबाव बना रहा है जिसके बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है. इसके अलावा वह पत्रकार की हत्या का आदेश देने वाले के बारे में भी जानकारी मांग रहा था. (इनपुट भाषा से)
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