अमेरिकी मीडिया और खुफिया एजेंसियों ने कहा कि अल कायदा ने भारत में जिहाद शुरू करने और अपनी खिलाफत बहाल करने तथा शरियत लागू करने के लिए भारतीय उपमहाद्वीप में एक नई शाखा स्थापित की है।
अल कायदा की आधिकारिक मीडिया वेब साइट अस-सहाब ने 'भारतीय उपमहाद्वीप में कायदात अल जिहाद' बनाने की घोषणा की है। यह जानकारी यू-ट्यूब सहित सोशल मीडिया साइट पर डाली गई लंबी वीडिया से मिली है। वरिष्ठ पाकिस्तानी आतंकी असिम उमर की अध्यक्षता वाला समूह शीर्ष तालिबान नेता मुल्लाह उमर को रिपोर्ट करेगा।
अल कायदा अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय है, लेकिन समूह के नेता अयमान अल जवाहिरी ने कहा, 'कायदात अल जिहाद' संघर्ष भारत, म्यांमार, बांग्लादेश ले जाया जाएगा। 'एसआईटीई इंटेलिजेंस ग्रुप' द्वारा अनुवादित वीडियो में जवाहिरी ने कहा कि अल कायदा की नई शाखा की स्थापना की गई है और यह भारतीय उपमहाद्वीप में अल कायदात अल जिहाद है। यह पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में जिहाद का परचम बुलंद करेगा, इस्लामी शासन वापस लाएगा और अल्लाह की शरियत को मजबूत बनाएगा।
जवाहिरी ने कहा, "समूह भारतीय उपमहाद्वीप, बर्मा, बांग्लादेश, असम, गुजरात, अहमदाबाद और कश्मीर में कमजोरों की हिफाजत करेगा और कायदात अल जिहाद के आपके भाई आपको नहीं भूले हैं और वे आपको नाइंसाफी, जुल्म, उत्पीड़न और पीड़ा से बचाने के लिए जो कर सकते हैं, वे कर रहे हैं।"
वीडियो में जवाहिरी ने कहा कि समूह बनाने में सालों लगे हैं। उसने कहा कि यह निकाय आज स्थापित नहीं हुआ है, यह दो साल से अधिक वक्त के प्रयासों का फल है, जिसमें भारतीय उपमहाद्वीप के मुजाहिदीन को इकट्ठा करके प्रमुख समूह कायदात अल जिहाद के एक निकाय में लाया गया।
अल कायदा की स्थापना ओसामा बिन लादेन ने की थी, जिसको मई 2011 में पाकिस्तान में अमेरिकी कमांडो ने मार गिराया था। उसने एकल खिलाफत को बहाल करने के लिए जिहादी लड़ाकों का लंबे वक्त तक नेतृत्व किया। जुलाई, 2013 में अल कायदा ने एक अन्य वीडियो में भारतीय मुस्लिमों से वैश्विक जिहाद में शामिल होने की गुजारिश की थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं