पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को तगड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इमरान खान की आलोचना उनके उस बयान पर की जा रही है जिसमें उन्होंने 9/11 हमले के मास्टरमाइंड और अल-कायदा के कमांडर रहे ओसामा-बिन-लादेन को 'शहीद' करार दिया है. इमरान खान ने पाकिस्तान और अमेरिकी रिश्तों के बारे में बोलते हुए संसद में यह बयान दिया है. गौरतलब है कि अमेरिकी स्पेशल फोर्स ने 2011 में बिन लादेन को मार गिराया था. इमरान खान ने कहा, "अमेरिकी एबॉटाबाद आए और ओसामा बिन लादेन को मार दिया. शहीद कर दिया." इसके बाद से इमरान खान की आलोचना थम ही नहीं रही है खासकर विपक्ष इस बयान के बाद से हमलावर है.
पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने संसद में कहा,"इमरान खान ने आज ओसामा को शहीद बताकर इतिहास के साथ जालसाजी की है." पाकिस्तानी एक्टिविस्ट मीना गबीना ने ट्विटर पर लिखा,"दुनिया भर में मुसलमानों को जहां एक ओर आतंकवाद के चलते भेदभाव का सामना करना पड़ता है वहीं ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री ओसामा बिन लादेन को शहीद कह रहे हैं !"
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर इस आरोप को खारिज किया था कि उन्हें मालूम था कि ओसामा उनके देश मे छिपा बैठा है. ओसामा को मार गिराए जाने के बाद पाकिस्तान को दुनिया के आगे शर्मिंदा होना पड़ा था. जिसके बाद से पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में तनाव आया था.
असद दुर्रानी ने अलजजीरा को 2015 में बताया था कि आईएसआई को मालूम था कि ओसामा कहां छिपा है और वे उसे सौदेबाजी के लिए इस्तेमाल करना चाहते थे. अमेरिका ने दस सालों की पड़ताल के बाद 9/11 हमले के मास्टरमाइंड को मार गिराया था.
बता दें कि बीते सालों में इमरान खान लगातार विवादित बयान देते रहे हैं. इससे पहले अमेरिका की यात्रा के दौरान वे कह चुके हैं कि आईएसआई ने अमेरिका को सुराग देने में मदद की थी. पूर्व क्रिकेटर से पीएम बने इमरान की अक्सर आतंकियों के प्रति हमदर्दी रखे जाने के चलते आलोचना होती रहती है, उनके विरोधी उन्हें "तालिबान खान"तक कह देते हैं.
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