अफगानिस्तान (Afghanistan) में अमेरिकी निकासी अभियान खत्म होने और विदेशी सेना के पूरी तरह से काबुल छोड़ने के बाद गुरुवार को पहली कॉमर्शियल फ़्लाइट ने काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) से उड़ान भरी. कतर एयरलाइंस (Qatar Airlines) की इस फ़्लाइट में अमेरिका और तालिबान (Taliban) के बीच सहमति बनने के बाद 200 लोगों को काबुल से दोहा ले जाया गया. इनमें अमेरिकी नागरिक के अलावा कई दूसरे देशों के भी नागरिक हैं. काबुल एयरपोर्ट से आयी तस्वीर में कतर एयरलाइंस का बोइंग 700 देखा जा सकता है. एयरपोर्ट पर कतर और तालिबान के अधिकारी भी नजर आ रहे हैं. बाहर निकलने वाले नागरिकों में कनाडा के नागरिक भी शामिल बताए गए हैं.
अमेरिका के अनाम अधिकारी के हवाले से ख़बर दी थी कि तालिबान ने 200 नागरिकों को बाहर निकालने की रज़ामंदी दे दी है. काबुल पर तालिबान के कब़्जे और दो दिन पहले उसकी कार्यकारी सरकार के ऐलान के बाद इस तरह बड़ी तादाद में दूसरे देशों के नागरिकों के बाहर जाने का ये पहला मामला है. इससे पहले एक अमेरिकी नागरिक के परिवार के चार सदस्यों को सड़क के रास्ते अफ़ग़ानिस्तान से बाहर निकाला गया था. इसके लिए भी तालिबान ने सहमति दी थी. अमेरिका के राजनयिक सीमा पर मौजूद थे जब इन चारों ने अफ़ग़ानिस्तान की सीमा पार की. सुरक्षा वजहों से ये नहीं बताया गया था कि इन्हें किस रास्ते और किस देश ले जाया गया.
तालिबान बार-बार ये भरोसा दे चुका है कि वह विदेशी नागरिकों को सकुशल बाहर जाने देगा. उसने कहा था कि काबुल एयरपोर्ट फिर से चालू होने और कॉमर्शियल फ़्लाइट्स के शुरु होने के बाद वह वैद्य कागज़ातों के साथ यात्रा करने वालों को नहीं रोकेगा
अभी काबुल एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पूरी तरह चालू नहीं हुआ है. इसके जल्द ही चालू होने की उम्मीद तालिबान की तरफ़ से जतायी जा रही है. अमेरिकी सेना के निकल जाने के बाद इस एयरपोर्ट को चलाने के लिए तालिबान ने कतर और टर्की के साथ एक सहमति बनायी है.
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