अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर ने मंगलवार को देश के सांसदों से कहा कि अमेरिका-भारत संबंधों की वर्तमान स्थिति द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और गहरा करने और ‘21 वीं सदी की साझेदारी' को और मजबूत करने का एक ऐतिहासिक अवसर प्रदान करती है. यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल फिलिप्स डेविडसन ने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान यहां सीनेट की ‘आर्म्ड सर्विसेज कमेटी' के सदस्यों को बताया कि अमेरिका और भारतीय नौसेनाएं अब सुरक्षित रूप से जानकारी साझा कर रही हैं और भारत ने अमेरिकी रक्षा उपकरणों की अपनी खरीद काफी हद तक बढ़ायी है.
उन्होंने कहा कि भारत द्वारा समुद्री क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करते हुए एक सूचना संलयन केंद्र की स्थापना का अमेरिका ने दृढ़ता से समर्थन किया है, जो हिंद महासागर क्षेत्र और बंगाल की खाड़ी में समुद्री सुरक्षा में सुधार करेगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने 2018 में कम्युनिकेशंस कम्पैटिबैलिटी एंड सिक्युरिटी एग्रीमेंट (सीओएमसीएएसए) सहित कई समझौते किये हैं जिसने सूचना साझाकरण और अंतर-क्षमता को काफी बढ़ाया है.
उन्होंने साथ कहा कि चीन ने दबाव बढ़ाने के लिए और पूरे क्षेत्र में अपने प्रभाव का विस्तार करने के लिए एक आक्रामक सैन्य रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि चीन की विस्तारवादी महत्वाकांक्षाएं पश्चिमी सीमा पर दिख रही हैं जहां उसके सैनिक भारतीय सैन्य बलों के साथ गतिरोध में शामिल हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं