दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश चीन में 1.28 लाख पिछड़े गांवों की पहचान की गई है। साथ ही, देश में 9.2 करोड़ लोग गरीबी में गुजर बसर कर रहे हैं।
हालांकि, गरीबी उन्मूलन एवं विकास मामले कार्यालय के प्रमुख लीयु योंगफु ने कहा है कि चीन में गरीबी बड़े पैमाने पर कम हुई है पर देश में अभी भी 832 गरीब काउंटी और जिले हैं।
अक्तूबर में कार्यालय का नेतृत्व संभालने वाले उपमंत्री झेंग वेंकई ने कहा है कि 8.2 करोड़ लोग चीन के एक डॉलर प्रति व्यक्ति फार्मूले के तहत आधिकारिक रूप से गरीबी रेखा के नीचे हैं। लेकिन यदि विश्व बैंक के सवा डॉलर के मानदंड को पैमाना बनाए तो यह संख्या 20 करोड़ तक पहुंच जाएगी।
उन्होंने कहा था कि आर्थिक वृद्धि के बावजूद गरीबी अभी भी एक समस्या बनी हुई है।
पिछले तीन दशकों में पीएडी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 60 करोड़ से अधिक लोग गरीबी के भंवर से निकाले गए हैं।
लीयु ने कहा कि चीन करीब 500 पिछड़े गांवों को अगले साल पर्यटन के जरिये मदद पहुंचाएगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं