प्रतीकात्मक तस्वीर
इस्लामाबाद:
पाकिस्तानी सरकार द्वारा शनिवार को यहां भारतीय उच्चायुक्त को सौंपी गई सूची के अनुसार, कम से कम 546 भारतीय नागरिक पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं जिनमें करीब 500 मछुआरे हैं. यह सूची उच्चायुक्त गौतम बंबावाले को 21 मई 2008 को दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित राजनयिक पहुंच समझौते के तहत सौंपी गई.
विदेश कार्यालय ने कहा कि भारतीय कैदियों में ''52 आम नागरिक और 494 मछुआरे'' शामिल हैं. उन्होंने कहा कि यह कदम राजनयिक पहुंच समझौते के प्रावधानों के तहत उठाया गया जिसके तहत दोनों देशों को एक साल में दो बार एक जनवरी और एक जुलाई को हिरासत में मौजूद कैदियों की सूची एक दूसरे को साझा करनी होती है.
विदेश कार्यालय में कहा कि भारत सरकार भी नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग को भारत में बंद उसके कैदियों की सूची सौंपेगी. इस साल एक जनवरी को इस्लामाबाद द्वारा भारत के साथ साझा सूची के अनुसार, पाकिस्तान में 351 भारतीय कैदी बंद थे जिसमें 54 आम नागरिक और 297 मछुआरे थे.
विदेशी कार्यालय ने कहा कि इस साल छह जनवरी को 219 भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया और पाकिस्तान दस जुलाई को 77 मछुआरों और एक आम नागरिक को रिहा करेगा.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विदेश कार्यालय ने कहा कि भारतीय कैदियों में ''52 आम नागरिक और 494 मछुआरे'' शामिल हैं. उन्होंने कहा कि यह कदम राजनयिक पहुंच समझौते के प्रावधानों के तहत उठाया गया जिसके तहत दोनों देशों को एक साल में दो बार एक जनवरी और एक जुलाई को हिरासत में मौजूद कैदियों की सूची एक दूसरे को साझा करनी होती है.
विदेश कार्यालय में कहा कि भारत सरकार भी नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग को भारत में बंद उसके कैदियों की सूची सौंपेगी. इस साल एक जनवरी को इस्लामाबाद द्वारा भारत के साथ साझा सूची के अनुसार, पाकिस्तान में 351 भारतीय कैदी बंद थे जिसमें 54 आम नागरिक और 297 मछुआरे थे.
विदेशी कार्यालय ने कहा कि इस साल छह जनवरी को 219 भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया और पाकिस्तान दस जुलाई को 77 मछुआरों और एक आम नागरिक को रिहा करेगा.
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