- मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने कहा कि फिल्मों में जैसी पुलिस दिखती है, हकीकत में वैसी नहीं होती
- एसपी ने कहा कि यूपी पुलिस का रिकॉर्ड है कि 10 गोलियों चलती है तो 9 मुजरिमों के पैर में जाकर लगती हैं
- पुलिस लाइन में आयोजित यातायात माह के दौरान एसपी ने कहा कि कभी-कभी चिल करने के चक्कर में जिंदगी चली जाती है
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के पुलिस कप्तान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत सिंघम स्टाइल में लोगों को पुलिस की परिभाषा समझते नजर आ रहे हैं. एसपी सिटी ने कहा कि पुलिस नियम तोड़ने वालों को रोकेगी भी और उनका इलाज भी करेगी. उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस का रिकॉर्ड है कि 10 गोलियां चलती हैं तो 9 गोली मुजरिमों के पैर में जाकर लगती हैं. चिल के चक्कर में जिंदगी चली जाती है.
'चिल करने के चक्कर में जिंदगी चली जाती है'
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने मुजफ्फरनगर स्थित पुलिस लाइन में यातायात माह का समापन के दौरान दिलचस्प अंदाज में लोगों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया. मंच से लोगों को संबोधित करते हुए एसपी सिटी ने कहा कि कोई भी गलतफहमी में ना रहे. अगर आपको लगता है कि आप पुलिस को ओवर पावर कर दोगे तो गलत हैं. पुलिस एक इंस्टीट्यूशन है. पुलिस व्यवस्था वर्षों से चली आ रही है, इसलिए पुलिस आपको रोकेगी भी और आपका इलाज भी करेगी. कभी-कभी चिल करने के चक्कर में जिंदगी चली जाती है.
पुलिस इतनी नालायक तो नहीं...
एसपी सिटी ने बड़ी सी स्क्रीन पर गाना चलवाया और कहा कि फिल्मों में पुलिस की जो तस्वीर दिखाई जाती है, हकीकत उससे कहीं अलग होती है. फिल्म इंडस्ट्री हकीकत को 360 डिग्री, 180 डिग्री तक बदल देती है. एसपी सिटी का कहना था कि पुलिस इतनी नालायक तो नहीं होती, जितना इनमें दिखाया जाता है.
दिलेरी खून में होती है, बाजार में नहीं मिलती
ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों को भी एसपी सिटी ने सबक दिया. उन्होंने कहा कि एक खास ब्रांड की कार में बैठते ही कुछ लड़कों के अंदर दिलेरी आ जाती है. दिलेरी खून में होती है, बाजार में नहीं मिलती. कुछ दिन पहले कुछ लड़के गोली चलाकर उसी ब्रांड की कार में बैठकर भागे थे. पुलिस ने 40-50 किलोमीटर पीछा किया. कार का टायर फटने के बाद ही वो रुके.
10 गोलियां चलती हैं तो 9 पैर में लगती हैं
एसपी सिटी ने कहा कि आप थोड़ी देर के लिए पुलिस को ओवर पावर कर सकते हैं, आप चौराहे पर गाड़ी स्पीड से भगाकर ले जा सकते हैं लेकिन अगले चौराहे पर बच नहीं पाओगे. अगर आपको लगता है कि पुलिस हमें रोक नहीं पाएगी तो ये गलतफहमी दिमाग से निकाल दीजिए. पुलिस की 10 गोलियां चलती हैं तो 9 गोली पैर में जाकर लगती हैं. ये यूपी पुलिस का रिकॉर्ड है.
(मुजफ्फरनगर से मोनू सिंह की रिपोर्ट)
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