दिल्ली में 10 नवंबर को हुए बम ब्लास्ट का कनेक्शन यूपी से भी मिला है.इसके बाद से यूपी पुलिस का आतंकवादी विरोधी दस्ता (एटीएस) सक्रिय है. एटीएस ने गोरखपुर जिले में चल रहे मदरसों की गतिविधियों की जानकारी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से मांगी है.गोरखुपर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जिला है, इसलिए यहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है. इसे देखते हुए एटीए जिले के मदरसों की पड़ताल कर रही है.
एटीएस ने किस तरह की जानकारियां मांगी हैं
गोरखपुर के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश मौर्या के मुताबिक एटीएस ने मौखिक तौर पर मदरसों की जानकारी मांगी थी. इसमें यह जानकारी मांगी गई थी कि जिले में कितने मदरसे संचालित हैं, उनका गतिविधिया क्या हैं,इन मदरसों में कितने रजिस्टर्ड हैं कितने अनरजिस्टर्ड, मदरसों में कितने अध्यापक हैं और कितने छात्र इसकी भी जानकारी मांगी गई थी. इनके अलावा मदरसों की फंडिग को लेकर भी जानकारी मांग गई थी.अधिकारी के मुताबिक ये सभी जानकारियां एटीएस को उपलब्ध करा दी गई हैं.
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गोरखपुर शहर के दीवान बाजार में स्थित दारूल उलूम हुसैनिया के प्रिंसिपल नजरे आलम ने मौखिक तौर पर बताया कि हमसे कुछ डिटेल मांगी गई थी, जैसे मदरसा कबसे संचालित है, कितने बच्चे हैं, कितने शिक्षक हैं, मदरसा रजिस्टर्ड है या नहीं है, ये सभी जानकारियां हमने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को उपलब्ध करा दी हैं.
दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन पास 10 नवंबर को हुए हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो एग थे. इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कई लोगों को इस धमाके के आरोप में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में हरियाणा के फरीदाबाद से कई डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है. ये डॉक्टर अल फलाह यूनिवर्टिसी से जुड़े हुए हैं.
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