- गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने SIR में लापरवाही पर 60 बीएलओ और 7 सुपरवाइजरों के खिलाफ SIR दर्ज कराई है
- जिलाधिकारी के निर्देश पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 32 के तहत 3 विधानसभा क्षेत्रों में कार्रवाई की गई
- SIR अभियान को कई अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया और निरीक्षण में लापरवाही पाई गई
एसआईआर में लापरवाही पर नोएडा के गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी मेधा रूपम के निर्देश पर मतदाता सूची संशोधन कार्य में ढिलाई बरतने वाले कुल 60 बीएलओ और 7 सुपरवाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. इस मामले में सभी एफआईआर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत दर्ज हुए हैं.
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गंभीरता से नहीं लिया गया अभियान
दरअसल, जिला प्रशासन द्वारा 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चल रहे SIR को लेकर पहले ही साफ कर दिया गया था कि किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके बावजूद कई बीएलओ और सुपरवाइजर ने अभियान को गंभीरता से नहीं लिया. निरीक्षण के दौरान लापरवाही सामने आई और उच्च अधिकारियों के निर्देशों की भी अनदेखी की गई. इसी आधार पर जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों दादरी, नोएडा और जेवर में एफआईआर दर्ज कराई.
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लापरवाही किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं
विधानसभा 62 दादरी में 32 बीएलओ और 1 सुपरवाइजर पर थाना ईकोटेक-1 में, विधानसभा 61 नोएडा में 11 बीएलओ और 6 सुपरवाइजर पर थाना दादरी में, जबकि विधानसभा 63 जेवर में 17 बीएलओ के खिलाफ थाना जेवर में FIR कराई गई है. प्रशासन का कहना है कि मतदाता सूची का सही और समय पर पुनरीक्षण लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बुनियाद है, ऐसे में लापरवाही किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है.
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