
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के विरासत गलियारा प्रोजेक्ट में अवैध कब्जा होने की बात कही
- योगी ने कहा कि सपा नेताओं की नकारात्मकता विकास में बाधक है, इन्होंने खुद तो काम नहीं किया
- सीएम ने सपा पर विकास रोकने और व्यापारियों में भय और दहशत फैलाने का आरोप लगाया है
गोरखपुर में विरासत गलियारा प्रोजेक्ट को लेकर सीएम योगी ने सदन में बैठे सपा के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय को निशाने पर लिया. सीएम योगी ने उनसे मुखातिब होते हुए बिना अखिलेश का नाम लिए कहा कि आपके कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधा जा रहा है. योगी ने कहा कि सरकार सभी व्यापारियों को मुआवजा देगी. वे 3 दिन पहले विरासत गलियारे का दौरा कर चुके हैं. वहां उन्होंने हर व्यापारी से बातचीत की थी. योगी ने कहा कि गोरखपुर की वह सबसे प्राचीन मंडी है. वह सबसे पुराना बाजार है. अवैध कब्जा होने के कारण गलियारा बहुत संकरा हो गया है. समाजवादी पार्टी और लोकतंत्र, यह नदी के दो अलग अलग छोर हैं. लोकतंत्र की बात इनके मुंह से शोभा नहीं देती. संभल में जो नग्न तांडव जो सपा सरकार ने किया था. इस समय जब वहां शुद्धिकरण का अभियान चल रहा है, उसमें हवन डालना है तो ठीक है, लेकिन नकारात्मक तरीके से उसके विकास को रोका जा रहा है. बहराइच, संभल हो या गोरखपुर, समाजवादी पार्टी यही करती है.
क्यों सीएम योगी के निशाने पर आए माता प्रसाद
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद सीएम योगी के निशाने पर क्यों आए? दरअसल माता प्रसाद पांडेय ने कहा था कि गोरखपुर में दुकानें गिराई जा रही हैं. वहां कुछ लोग आए और हमारे राष्ट्रीय नेता से उन्होंने मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि यहां दुकानें गिराई जा रही हैं और हमें मुआवजा तक नहीं मिल रहा है. तब मुझसे कहा गया कि जाइए और उनसे मिलकर आइए. वहां आपके पार्टी के कार्यकर्ता हमारे लिए भद्दे नारे लगा रहे थे. यहां तक कि हमारी गाड़ी को तोड़ा गया. हम धरने पर बैठ गए. जटाशंकर चौराहे पर हमारे साथ गुंडई की गई. मुख्यमंत्री के क्षेत्र में ले जाकर हमारे साथ ऐसा व्यवहार ठीक नहीं था.
नेता प्रतिपक्ष कें कंधे पर रखकर चला रहे बंदूक
सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि सपा और लोकतंत्र नदी के दो छोर हैं. ये शब्द समाजवादी पार्टी के नेताओं के मुंह से शोभा नहीं देते हैं. समाजादी पार्टी नेताओं ने नकारात्मकता से कई ज़िलों के विकास को रोकने का काम किया है. नेता प्रतिपक्ष के कंधे पर बंदूक रखकर कुछ लोग चलाने की कोशिश कर रहे हैं. जिस इलाक़े में दुकानें तोड़ने का आरोप लगाए जा रहे हैं, वो गोरखपुर का सबसे पुराना बाज़ार है और वहां भीषण अवैध क़ब्ज़ा है. हमने दुकानदारों से बात करके सबको मुआवज़ा देने का आश्वासन दिया है. सपा शासन ने विकास कराया नहीं गया और अब आरोप लगाये जा रहे हैं.
कोई और होता तो अच्छे से जवाब देते
सपा शासन में भय और दहशत का माहौल था. नेपा प्रतिपक्ष विघ्न बढ़ा पैदा करने उस बाज़ार में गए थे, जिस वजह से वहां के दुकानदारों ने अपना विरोध दर्ज कराया था. सीएम योगी ने माता प्रसाद पांडेय से कहा कि आपकी जगह कोई और होता तो व्यापारी अच्छे से जवाब देते. सीएम योगी के इस बयान से नाराज़ समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू किया. विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू करते हुए सपा विधायकों से प्रश्न पूछने को कहा लेकिन सपा नेताओं ने सवाल पूछने से मना किया. विधानसभा के मानसून सत्र को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी और लोकतंत्र एक ही नदी के दो अलग-अलग छोर हैं, उन्हें लोकतंत्र पर भरोसा कब से होने लगा? लोकतंत्र की बात करना उन्हें शोभा नहीं देता.
सपा ने व्यापारियों की राह में बिछाएं रोडे
सीएम योगी ने संभल में उन्होंने क्या किया, यह सबको पता है. संभल हो, बहराइच हो या गोरखपुर, सपा की करतूतों से सभी वाकिफ हैं. उन्होंने अपने कार्यकाल में कुछ नहीं किया. अगर एनडीए सरकार विकास करना चाहती है, तो समाजवादी पार्टी को बुरा लग रहा है... हम पूरे प्रदेश के व्यापारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. सपा शासन में गुंडा टैक्स लगाया जाता था. इसी वजह से व्यापारी आपसे नाराज़ हैं और समाजवादी पार्टी को इसका खामियाजा बार-बार भुगतना पड़ रहा है. व्यापारियों के विकास के लिए कदम उठाने के बजाय, सपा ने उनके रास्ते में रोड़े ही अटकाए हैं. समाजवादी पार्टी से यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वह सुरक्षा की बात करेगी और अच्छे विकास का समर्थन करेगी.
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