
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हुई थी. 46 दिन में 118 यात्रियों की मौत (Chardham Yatra Death) हो चुकी है, जिसमें 108 लोगों की मौत खराब स्वास्थ्य की वजह से हुई और 10 लोगों की मौत अलग वजहों से हुई है. यमुनोत्री, गंगोत्री ,बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में हर साल देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.
24 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
उत्तराखंड में 30 अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा में अब तक 42 लाख से ज्यादा लोग चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा केदारनाथ में 138306 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. इसी तरह से बदरीनाथ धाम में 1281230, यमुनोत्री धाम में 686397, गंगोत्री धाम में 751756 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. वहीं हेमकुंड साहिब की बात करें तो 148515 श्रद्धालुओं ने अब तक यहां पर दर्शन किए हैं.
46 दिन में 118 श्रद्धालुओं की मौत
46 दिन में 118 लोगों की मौतों के आंकड़े डरा देने वाले हैं. सबसे ज्यादा मौतों में स्वास्थ्य खराब होने का हवाला दिया जा रहा है. बता दें कि केदारनाथ धाम में 50 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. वहीं बद्रीनाथ धाम में खराब स्वास्थ्य की वजह से 28 श्रद्धालुओं की जान चली गई. यमुनोत्री धाम में 16 यात्रियों की मौत खराब स्वास्थ्य की वजह से हुई है. गंगोत्री धाम में 14 लोगों की जान खराब स्वास्थ्य की वजह से गई है.
ज्यादातर मौतों की वजह हार्ट अटैक
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो उत्तराखंड के चारों धाम 3000 मीटर से कुछ हिमालय क्षेत्र में मौजूद है, जहां तापमान काफी नीचे रहता है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, ज्यादातर यात्रियों की मृत्यु हार्ट अटैक और पल्मोनरी एडिमा की वजह से हुई है.
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