
- बदायूं जिले के नवादा पुलिस चौकी के पास गोवंश के अवशेष मिलने पर हिंदू संगठनों ने हाईवे जाम कर विरोध जताया
- पुलिस ने गोतस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में तीन आरोपियों को पैर में गोली लगाकर गिरफ्तार किया
- मुठभेड़ में घायल हुए हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है
यूपी के बदायूं में गोकसी की घटना के बाद गौवंश के अवशेष मिलने के बाद हिंदू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा. हाइवे पर उतरे हिंदूवादी संगठनों ने हाईवे पर गोवंश के अवशेष रखकर जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी की. मामला बढ़ता देख पुलिस ने सख्ती दिखाई, जिसके बाद तस्करों से हुई मुठभेड़ में तीन आरोपी गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिए गए. वहीं, बदमाशों की फायरिंग में एक हेड कांस्टेबल भी घायल हुआ है. क्या है पूरा मामला देखिए इस खास रिपोर्ट में.
मामला बदायूं जिले के सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के नवादा पुलिस चौकी के पास का है. यहां मथुरा-बरेली हाईवे स्थित एक निजी स्कूल के पीछे गोवध के अवशेष मिले. गोवंश के अवशेष मिलने के बाद मौके पर पहुंचे हिंदूवादी संगठनों ने जमकर हंगामा किया और अवशेष हाथ में लेकर जुलूस निकाला. साथ ही अवशेषों को हाईवे पर रखकर जाम लगाया, जिससे कई घंटे तक यातायात प्रभावित रहा.
हंगामे के बाद पुलिस एक्शन में आई और मुठभेड़ के दौरान तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें कुंवरगांव थाना क्षेत्र के दुगरैया गांव के रहने वाले असलम पुत्र बाबू, उनके बेटे मुजाहिद और शाहरुख तथा हसनैन शामिल हैं. इन्हें पैर में गोली लगी, जबकि तस्करों द्वारा की गई फायरिंग में हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार भी घायल हो गए. मुठभेड़ में गिरफ्तार बदमाशों को पुलिस ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया.
उधर हिंदूवादी संगठनों का गुस्सा देखकर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए. आक्रोश को देखते हुए पीएसी के अलावा चार थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर संगठनों को शांत कराया. गोवंश के अवशेषों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उन्हें दफन कराया गया.
पीपल फॉर एनिमल के जिला अध्यक्ष वीकेन्द्र शर्मा ने बताया कि इस इलाके में पिछले काफी समय से गोतस्कर सक्रिय थे. उन्होंने एक गोवंश को बंधनमुक्त कराकर पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की. इससे पहले भी वहां अवशेष मिले थे, लेकिन लगातार पुलिस लापरवाही बरत रही थी, जिसकी वजह से इस बार गोवध की घटना सामने आई, जिससे आक्रोश देखने को मिला.
मामले में सिटी कोतवाल रजनीश उपाध्याय ने बताया कि मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि आज कुछ गोतस्कर गोवध करने की फिराक में हैं. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी की तो तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें तस्करों के पैरों में गोली लग गई. इसके बाद पुलिस ने तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. तस्करों द्वारा की गई फायरिंग में हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार भी घायल हो गए. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तीनों तस्करों पर कई मुकदमे दर्ज हैं.
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