यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (फाइल फोटो)
लखनऊ:
एससी/एसटी एक्ट के विरोध में सवर्ण समुदायों के राष्ट्रव्यापी भारत बंद (Bharat Bandh) के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में आम जनजीवन लगभग सामान्य रहा. अभी तक कही से किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नही है. गोंडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एससी/एसटी कानून के विरोध में बंद पर कहा कि भारत बंद का कोई मतलब नहीं है, लोगों की अपनी भावनाएं हैं, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है. वह आज गोंडा जिले के उमरी बेगमगंज में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे रहे थे.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस देश के प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा, खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने जाति एवं धर्म के आधार पर कभी राजनीति नहीं की. समाज के दबे कुचले लोगों को संरक्षण देने के लिए यह कानून बनाया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसका किसी भी तरह से दुरुपयोग न हो.
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इससे पहले जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नाव पलटने, सर्पदंश, बोर बेल में गिरने, सीवेज सफाई के दौरान, जंगली जानवरों के हमले के दौरान मौत होने पर भी चार लाख रुपये की तत्काल सहायता देने का निर्णय लिया है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर उन्होंने विस्तृत विचार विमर्श के उपरांत विकास कार्य कराए जाने की घोषणा की.
VIDEO : एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बुलाया भारत बंद, कई जगह लगी धारा 144
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी क्षेत्र को उपेक्षित नहीं रहने देगी. मऊ, बलिया और सोनभद्र से मिली जानकारी के अनुसार जिलों में कुछ स्थानों पर दुकाने आदि बंद रही, लेकिन कही से किसी अप्रिय घटना की जानकारी नही है.
(इनपुट: भाषा)
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मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस देश के प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा, खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने जाति एवं धर्म के आधार पर कभी राजनीति नहीं की. समाज के दबे कुचले लोगों को संरक्षण देने के लिए यह कानून बनाया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसका किसी भी तरह से दुरुपयोग न हो.
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इससे पहले जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नाव पलटने, सर्पदंश, बोर बेल में गिरने, सीवेज सफाई के दौरान, जंगली जानवरों के हमले के दौरान मौत होने पर भी चार लाख रुपये की तत्काल सहायता देने का निर्णय लिया है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर उन्होंने विस्तृत विचार विमर्श के उपरांत विकास कार्य कराए जाने की घोषणा की.
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उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी क्षेत्र को उपेक्षित नहीं रहने देगी. मऊ, बलिया और सोनभद्र से मिली जानकारी के अनुसार जिलों में कुछ स्थानों पर दुकाने आदि बंद रही, लेकिन कही से किसी अप्रिय घटना की जानकारी नही है.
(इनपुट: भाषा)
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